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तेजस्वी की चुप्पी पर फिर सवाल, पप्पू यादव पूछ रहे हैं-‘मासूमों की मौत पर ट्वीट काहे नहीं किये’

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तेजस्वी की चुप्पी पर फिर सवाल, पप्पू यादव पूछ रहे हैं-‘मासूमों की मौत पर ट्वीट काहे नहीं किये’

सिटी पोस्ट लाइवः मासूमों की मौत पर तेजस्वी यादव की चुप्पी लगातार सवालों के घेरे में है। चमकी बुखार से मरने वालों बच्चों की संख्या 100 के पार पहुंच गयी है। केन्द्र सरकार और बिहार सरकार के मंत्रियों ने एसकेएमसीएच जाकर पीड़ित बच्चों की हालत का जायजा लिया है। लेकिन तेजस्वी यादव न तो एसकेएमसीएच गये हैं और न हीं उन्होंने कोई ट्वीट किया है। उनकी गुमशुदगी को लेकर उनके राजनीतिक विरोधी उन पर निशाना साध रहे हैं। उनकी पार्टी राजद भी स्पष्ट रूप से यह नहीं बता पा रही कि तेजस्वी यादव कहां और कब वे सामने आएंगे। जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भी तेजस्वी पर निशाना साधा है।

सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जब बच्चे मर रहे हैं तो ट्वीट क्यों नहीं हुआ? मासूमों की मौत पर बिहार पूछ रहा है कि विपक्ष कहां है और नेता प्रतिपक्ष कहां हैं? उन्होंने कहा कि लालू ने तेजस्वी को इंसुलिन देकर सुला दिया। सत्ता पक्ष से ज्यादा विपक्ष की जिम्मेवारी होती है। जो संविधान खतरे में होने की बात कर रहे थे, देश बचाने की बात कर रहे थे उनको बताना चाहिए कि देश बचे, संविधान बचे और क्या मासूम नहीं बचें? वहीं चमकी को लेकर पप्पू यादव ने सीएम नीतीश कुमार का बचाव किया है।

उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर सिर्फ नीतीश कुमार पर हीं निशाना क्यों साधा जा रहा है। नीतीश कुमार तो नैतिकता के अधार पर इस्तीफा देते रहे हैं और इस्तीफा लेते भी रहे हैं। वैशाली और मुजफ्फरपुर के सांसद गायब रहे। केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन पीसी कर रहे थे, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चैबे सो रहे थे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री क्रिकेट का स्कोर पूछ रहे थे। बीजेपी के नेताओं और मंत्रियसों से सवाल क्यों नहीं पूछा जाता। हांलाकि पप्पू यादव ने यह भी कहा कि चूंकी नीतीश कुमार सीएम हैं इसलिए वे भी जिम्मेवारी से नहीं बच सकते। उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के घर के बाहर और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन के खिलाफ जन अधिकार पार्टी ने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन किया।

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