‘मसूद अजहर जी’ वाले बयान ने कांग्रेस की फजीहत करा दी है, अब यह तर्क दे रहे पार्टी के नेता
सिटी पोस्ट लाइवः सियासत अपने राजनीतिक विरोधियों पर हमले के लिए मुद्दों की खुराक ढुंढती है और कई बार भाषणों की स्क्रिप्ट सही न हो या हमले की हड़बड़ी में जुबान फिसल जाए तो मुद्दा खुद ब खुद मिल जाता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी कल यही गलती कर गये। भाषण में सबकुछ ठीक था बड़ा गलती से एक मिस्टेक कर गये। हिन्दुस्तान जिस पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर को अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है उसे राहुल गांधी ने मसूद अजहर जी कहकर संबोधित कर दिया जाहिर सवाल उठने थे इसलिए बीजेपी और तमाम कांग्रेस विरोधी दल यह सवाल पूछने लगे कि आतंकवादी को इतनी इज्जत क्यों?दरअसल, राहुल गांधी ने दिल्ली कांग्रेस के श्मेरा बूथ, मेरा गौरव सम्मेलन में पुलवामा हमले का उल्लेख करते हुए भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ये 56 इंच के सीने वाले अपनी पिछली सरकार में मसूद अजहर जी के साथ बैठकर गए. अब जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल हैं वह मसूद अजहर को छोड़कर आए. भाजपा ने मसूद अजहर को जेल से छोड़ा.
राहुलजी के ‘मसूद’ कटाक्ष को जान-बुझ न समझने वाले भाजपाईयों व चुनिंदा गोदी मीडिया साथियों से 2 सवाल-:
1. क्या NSA श्री डोभाल आतंकवादी मसूद अज़हर को कंधार जा रिहा कर नहीं आए थे?
2. क्या मोदी जी ने पाक की ISI को पठानकोट आतंकवादी हमले की जाँच करने नहीं बुलाया? #BJPLovesTerrorists pic.twitter.com/custyowg5g
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 11, 2019
उन्होंने यह भी कहा, हमने अपने दो प्रधानमंत्री (इंदिरा गांधी और राजीव गांधी) खोए. हम आतंकवाद से डरने वाले नहीं हैं. इस बयान ने कांग्रेस की फजीहत करा दी। कांग्रेस को भी इस बयान का नुकसान समझ में आया तो पार्टी बचाव की मुद्रा में आ गयी है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने यह तर्क दिया है कि राहुल गांधी ने मसूद अजहर जी कहकर बीजेपी पर तंज कसा था। सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा कि-‘ राहुल जी के मसूद कटाक्षा को जान-बुझ न समझने वाले भाजपाईयों व चुनिंदा गोदी मीडिया साथियों से 2 सवाल। पहला-‘ क्या एनएसए डोभाल आतंकी मसूद अजहर को कंधार जाकर रिहा नहीं कर आए थे? क्या मोदी जी ने पाक की आईएसआई को पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच करने नहीं बुलाया था?’
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