अपनी अलग पहचान बनाने में जुटे हैं तेजप्रताप, लालू के नाम पर तलाश रहे सियासी जमीन
सिटी पोस्ट लाइव : RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की कुछ दिनों से राजनीतिक निष्क्रियता को लेकर अटकलों का बाज़ार गर्म था. जिस तरह से उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में पार्टी द्वारा आयोजित बिहार बंद से अपने आपको दूर रखा, उसके बाद से ही उनके अलग लाइन लिए जाने को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. अब तेजप्रताप यादव ने अपनी मंशा साफ़ कर दी है. वो राजनीतिकरूप से निष्क्रिय नहीं हुए हैं बल्कि अपनी अलग पहचान बनाने की तैयारी में जुटे हैं.
तेजप्रताप यादव ने एकबार फिर से तेजस्वी यादव से अलग लाइन ले लिया है. तेजप्रताप यादव खुद की राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए अब लीड रोल में आने की तैयारी में हैं.तेजस्वी यादव ने नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर बिहार बंद का ऐलान किया था. पटना की सड़कों पर तेजस्वी का जलवा भी दिखा लेकिन इस पूरे सीन से तेजप्रताप यादव गायब रहे. अब तेजस्वी ने नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ 5 जनवरी को पुतला दहन और 11 जनवरी को प्रखंड स्तर पर धरना प्रदर्शन का ऐलान किया है.
तेजस्वी के नेतृत्व से अलग हटकर अब तेजप्रताप यादव ने जेपी आंदोलन के तर्ज पर एलपी आंदोलन का ऐलान कर दिया है. तेजप्रताप ने कहा कि नये साल में छात्र राजद की नई कमिटी बनाएंगे और नए लोगों पर एलपी आंदोलन की जिम्मेदारी होगी.दरअसल, तेजप्रताप यादव बिहार की सियासत और पार्टी में अपना कद बढ़ाना चाहते हैं. उन्हें तेजस्वी यादव के नेत्रित्व में काम करना मंजूर नहीं है. तेजप्रताप यादव आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी अलग पहचान बनाने के लिए पिता लालू के नाम पर सियासी आंदोलन करना चाहते हैं.
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