तेजस्वी ने दिल्ली सरकार को किया धन्यवाद, जेडीयू बोली-भूल गए कि पहले बिहारी हो बाद में नेता
सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना संकट देश पर और गहराता जा रहा है. देश में अबतक कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 59,662 पहुंच चुकी है. जबकि बिहार में आंकड़ा 571 हो चुका है. ऐसे में बड़ी मुसीबत है कि इससे कैसे निपटा जाए. क्योंकि जिस तरह से मरीजों की संख्या बढ़ रही है, उससे लगता है कि लॉकडाउन का पालन लोगों ने ठीक से नहीं किया. वहीं कोरोना महामारी के बीच राजनीति भी अपने चरम पर है. पहले मजदूरों को लाने के लिए राजनीति, फिर घर वापस आ रहे मजदूरों पर राजनीति. कभी बस भाड़ा तो कभी ट्रेन भाड़े पर राजनीति. लेकिन ये राजनेता भूल जाते हैं कि आपकी राजनीति से न देश का भला होगा न देशवासियों का. बस ट्वीटर और फेसबुक पर ज्ञान भरी बाते कर जनता को भरमा सकते हैं.
दरअसल ताजा मामला है दिल्ली से मुजफ्फरपुर आने वाले यात्रियों के भाड़े को लेकर. दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने तो पहले शुरूआती लॉकडाउन में बिहारी मजदूरों के पलायन पर रोक लगाने में असमर्थ रही. सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन की धज्जियां बिच सड़क ऐसी उडी मानों कोई दंगा छिड़ गया हो. लेकिन अब जब मजदूरों के लिए रेलवे ने ट्रेनें चलाने का काम शुरू किया है तो उनके भाड़े पर राजनीति शुरू कर दी है. जिसका साथ बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव दे रहे हैं. दरअसल दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने दावा किया है कि श्रमिकों को लेकर दिल्ली से मुजफ्फरपुर रवाना हुई ट्रेन. 1200 लोगों का किराया अरविंद केजरीवाल सरकार देगी.
दिल्ली सरकार को तहें दिल से शुक्रिया।हमने मज़दूर भाइयों को बिहार ले जाने हेतु 50 ट्रेन उपलब्ध कराने का वादा किया था।चूंकि बिहार सरकार असमर्थ है इसलिए ज़िम्मेवार विपक्ष के नाते हम दिल्ली सरकार को बिहार जाने वाली इतनी ट्रेनों की किराया राशि मुहैया कराने के एकदम इच्छुक है। https://t.co/WQlyYPVeTm
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 8, 2020
जिसके बाद तेजस्वी यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, दिल्ली सरकार को तहे दिल से शुक्रिया. हमने मजदूर भाइयों को बिहार ले जाने हेतु 50 ट्रेन उपलब्ध कराने का वादा किया था. चूंकि बिहार सरकार असमर्थ है इसलिए जिम्मेवार विपक्ष के नाते हम दिल्ली सरकार को बिहार जाने वाली इतनी ट्रेनों की किराया राशि मुहैया कराने के एकदम इच्छुक हैं. तेजस्वी ने यह भी कहा कि कृपया राशि ट्रांसफर कराने की प्रक्रिया बताने का कष्ट करें. सामूहिक प्रयास, सकारात्मक सहयोग, सक्रिय शैली और इच्छा शक्ति से ही हम सब गरीब श्रमवीरों की मदद कर सकते हैं. जाहिर है इसपर बिहार में सियासी बवाल होना था सो हुआ. तेजस्वी की इस बात का जवाब जेडीयू ने भी दिया.
गठजोड़ तो दिख रहा हैं सही कहावत हैं “ लोमड़ी की सोच एक जैसी होती हैं “ ये भी भूल गए की पहले बिहारी हो बाद में नेता !!? राजनीति पे बिहार का स्वाभिमान गया तेल लेने !! आपके माता पिता के राज में बिहारी होना क्या और क्यों माना जाता था ये नयी जेनरेशन को अब पता चल रहा होगा । https://t.co/MEcSFPD7NM
— Dr Ajay Alok (@alok_ajay) May 8, 2020
जेडीयू नेता अजय आलोक ने ट्वीट कर कहा, गठजोड़ तो दिख रहा है. सही कहावत है ”लोमड़ी की सोच एक जैसी होती हैं” ये भी भूल गए कि पहले बिहारी हो बाद में नेता !!? राजनीति पे बिहार का स्वाभिमान गया तेल लेने !! आपके माता-पिता के राज में बिहारी होना क्या और क्यों माना जाता था ये नयी जेनरेशन को अब पता चल रहा होगा.
वहीं, दिल्ली सरकार के दावे पर कि 1200 मजदूरों का किराया अरविन्द सरकार देगी, उसपर बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने भीवो चिट्ठी जारी करके पोल खोल दी, जो दिल्ली सरकार के नोडल पदाधिकारी पीके गुप्ता ने बिहार के नोडल पदाधिकारी प्रत्यय अमृत को लिखी थी. उस चिठ्ठी में स्पष्ट स्पष्ट लिखा है कि दिल्ली से मुजफ्फरपुर जानेवाले श्रमिक स्पेशल ट्रेन के श्रमिकों का टिकट बल्क में दिल्ली सरकार कटवा दे रही है. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर ये फैसला लिया गया है. इसमें जो किराया लगेगा, वो बिहार सरकार से लिया जाएगा.
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