आज की बैठक में भी शामिल नहीं होगें तेजस्वी यादव, कांग्रेस-मांझी ने खड़े किए सवाल
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधान सभा ( BIHAR VIDHAN SABHA ) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आज राबडी देबी के आवास पर पार्टी के नेताओं की होनेवाली बैठक में भाग लेनेवाले थे. लेकिन इस बीच खबर ये आ रही है कि तेजस्वी यादव एकबार फिर से गुमशुम हो गए हैं. उनके सक्रीय राजनीति से गायब रहने को लेकर उनकी पार्टी के नेता विधायक अपने भविष्य को लेकर तो चिंतित हैं ही साथ ही महागठबंधन के सहयोगी दलों की चिंता भी बढ़ गई है. विधान सभा चुनाव अकेले लड़ने का एलान कर चुके हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने तेजस्वी की गुमशुदगी को लेकर फिर सवाल खड़ा किया है.
जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव की राजनीतिक समझ पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव में अनुभव की कमी है. जिस तरह से वो विधान सभा के सत्र के दौरान गायब रहे और आज भी गायब हैं, उनकी पार्टी दिशाविहीन हो चुकी है. मांझी ने कहा कि लालू यादव बहुत सी उठापटक देखी है, इसलिए विचलित नहीं होते हैं. जबकि इस चीज की कमी तेजस्वी यादव में रही है.
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव की गैर-मौजूदगी में भी आरजेडी ने विधानमंडल सत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन उनको सामने आना चाहिए. बिहार में दो-तीन बहुत बड़ी बड़ी घटनाएं हुई हैं, लिहाजा सबकी अपेक्षा होती है कि विपक्ष के नेता कहां हैं.प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी किसी पारिवारिक या किसी और समस्या से जूझ रहे होंगे. जनता के हितों को लेकर पार्टी की भागीदारी होनी चाहिए और यह सबसे महत्वपूर्ण है, जिसे वो नहीं निभा पा रहे हैं.उन्होंने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है और वह जल्द ही इसका समाधान ढूंढ लेगी.’गौरतलब है कि रेमचंद मिश्र भी कांग्रेस पार्टी के अकेले विधान सभा चुनाव लड़ने का संकेत दे चुके हैं. प्रेमचंद मिश्र का कहना है कि महागठबंधन लोक सभा चुनाव के लिए बना था, विधान सभा चुनाव में क्या होगा, अभी फैसला होना है.
गौरतलब है कि लोक सभा चुनाव के बाद से ही तेजस्वी यादव गायब हैं. पार्टी के सदस्यता अभियान से भी वो नदारद रहे. मुजफ्फरपुर में बच्चों की इंसेफेलाइटिस से मौत हो या लू से कई लोगों की मौत का मामला, तेजस्वी यादव कहीं भी सक्रिय नहीं दिखे. यही नहीं, विधानसभा से भी उनकी गुमशुदगी चर्चा का कारण बनी रही.लेकिन आरजेडी नेता मनोज झा का कहना है कि तेजस्वी सक्रिय हैं और जब आएंगे तो विरोधियों की परेशानी और बढ़ जाएगी.
फिलहाल, सबकी नजर राबडी देबी के आवास पर 16 अगस्त को आरजेडी की होने वाली बैठक पर टिकी है.इस बैठक में तेजस्वी के शामिल होने का आरजेडी नेताओं को बेसब्री से इंतज़ार रहेगा. अगर तेजस्वी आज भी प्रकट नहीं होते हैं तो कई सवाल पैदा होगें. क्या तेजस्वी पार्टी और परिवार के भीतर की लड़ाई को लेकर परेशान हैं?
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