सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने किसान बिल का पुरजोर विरोध किया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नौजवानों के बाद अब सरकार के निशाने पर किसाना है। नौजवान और किसान दोनों ही मिलकर सरकार को उखाड़ फेकेंगे।
तेजस्वी यादव ने #किसान_विरोधी_अध्यादेश_वापस_लो हैशटैग करते हुए ट्वीट कर लिखा है कि नौजवान के बाद किसान अब सरकार के निशाने पर। आरजेडी किसान विरोधी ड़बल इंजन सरकार द्वारा लोकसभा में पारित किसान विरोधी अध्यादेशों पर मुखरता से अपना पुरजोर विरोध प्रकट करती है।बेरोज़गार युवा और किसान मिलकर इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे।
नौजवान के बाद किसान अब सरकार के निशाने पर।@RJDforIndia किसान विरोधी ड़बल इंजन सरकार द्वारा लोकसभा में पारित किसान विरोधी अध्यादेशों पर मुखरता से अपना पुरजोर विरोध प्रकट करती है।
बेरोज़गार युवा और किसान मिलकर इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। #किसान_विरोधी_अध्यादेश_वापस_लो
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 18, 2020
बता दें कि किसान बिल को लेकर एनडीए के अंदर ही घमासान मच गया है। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने गुरुवार को मोदी कैबिनेट से कृषि संबंधी विधेयकों का विरोध करते हुए इस्तीफा दे दिया।किसानों से जुड़े क़ानून पर दिल्ली में जहां राजनीतिक विरोध हो रहा है, वहीं पंजाब, हरियाणा और देश के अलग-अलग राज्यों में किसान सड़कों पर उतरकर भी आंदोलन कर रहे हैं।
खासकर इस बिल का पंजाब और हरियाणा में जबदस्त विरोध हो रहा है। किसानों का आरोप है कि किसानों से जुड़े तीन बिल लाकर सरकार उनके ख़िलाफ़ काम कर रही है। किसानों के मुताबिक़ सरकार समर्थन मूल्य की व्यवस्था ख़त्म करना चाहती है। सरकार बिलों के ज़रिए मंडियों को ख़त्म करना चाहती है। सरकार कृषि क्षेत्र में बड़ी कंपनियों को बढ़ावा देना चाहती है।
उधर NDA के भीतर विरोध के बावजूद सरकार अपने क़दम पीछे खींचने को तैयार नहीं है बिल का विरोध करने वालों को ख़ुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ” किसानों को भ्रमित करने में बहुत सारी शक्तियां लगी हुई हैं। मैं अपने किसान भाइयों और बहनों को आश्वस्त करता हूं कि MSP और सरकारी खरीद की व्यवस्था बनी रहेगी। ये विधेयक वास्तव में किसानों को कई और विकल्प प्रदान कर उन्हें सही मायने में सशक्त करने वाले हैं।”
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