तेजस्वी का बड़ा बयान-भाभी नहीं लडेगी चुनाव, बड़े भाई को लेकर नहीं हुआ है कोई फैसला
सिटी पोस्ट लाइव( सोमनाथ पाण्डेय ) : परिवार में सत्ता संघर्ष को तेजस्वी यादव अफवाह बता रहे हैं. उनका कहना है कि यह सत्ता संघर्ष नहीं बल्कि पार्टी में लोकतंत्र कायम होने का परमं है.उन्होंने कहा कि उनके डिप्टी सीएम का पद संभालने के समय से ही ये सवाल उठाया जाता रहा है. परिवार को बदनाम करने वालों को ‘ उनसे ’ सबक लेनी चाहिए. सत्ता में अलग कोण बनाने का काम किया तो भुगत रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी की मजबूती से घबरा कर विरोधी सत्ता संघर्ष की हवा उड़ा रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि सत्ता में अलग कोण बनाने का परिणाम सामने है. उन्होंने अपने दोनों हाईप्रोफाइल मामा साधू यादव और सुभाष यादव की तरफ ईशारा करते हुए कहा कि दोनों मामा (साधु और सुभाष) ने ऐसा करने की कोशिश की थी. समानांतर सिस्टम विकसित करने में जुटे थे.लेकिन आज वो कहां है? कोई नोटिस भी ले रहा है क्या ?
महागठबंधन लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे तेजस्वी यादव परिवार, पार्टी और विपक्ष के नेता के तौर पर एक साथ कई मोर्चे पर कमान संभाल रहे हैं. तेजस्वी आश्वस्त हैं कि आरजेडी-कांग्रेस-हम और बाकी जुड़ने वाले सहयोगी दल इस चुनाव में बीजेपी को धूल चटा देगें.अपने ऊपर 26 वर्ष की उम्र में करोड़ों के मालिक बन जाने के आरोपों को खारिज करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी कहते हैं कि हम मॉल की जमीन से 700 करोड़ के मालिक हो गए, पर उनकी ही जांच एजेंसियों की चार्जशीट में पूरे लालू परिवार पर 40-50 करोड़ का आरोप लगाया गया है. बताएं कि दोनों में कौन सही हैं. वैसे हम कोर्ट में अपनी बात रख रहे हैं. वैसी कंपनी जिससे लालू परिवार के भी कुछ लोग जुड़े हैं, उस कंपनी ने लीगल तरीके से और उस समय के सर्किट रेट पर मॉल वाली जमीन खरीदी. कानूनी प्रक्रिया चल रही है और हम इसे वहीं साबित करेंगे.
अपने परिवार पर अकूत दौलत कमाने और कई तरीके से जमीन लिखवाने का आरोप पर तेजस्वी यादव ने सफाई देते हुए कहा कि ऐसे सभी आरोप आधारहीन है. सिर्फ राजनीति से प्रेरित होकर इस तरह के आरोप लगाये गए हैं. हमारी बढ़ती लोकप्रियता और जनसमर्थन से विरोधी हताश हैं. उनके पास आरोप लगाने के अलावा कुछ रह नहीं गया है. अपने भाई तेजप्रताप यादव की पत्नी के चुनाव लड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि भाभी चुनाव नहीं लड़ेंगी. पर भईया तेजप्रताप लड़ेंगे, मां लड़ेंगी या पार्टी का कोई अन्य अनुशासित सिपाही,अभीतक इस मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है. अभी महागठबंधन की सीट तय होने दीजिए. उन्होंने कहा कि आरजेडी के उम्मीदवार पर अंतिम मुहर पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड लगाता है.
ये पूछे जाने पर कि लालू, राबड़ी और अब आप पर चार्जशीट हो गई, अगर सजा हुई तो राजद का नेतृत्व कौन करेगा, तेजस्वी यादव ने कहा कि ये विरोधियों का दिवा स्वप्न है. यह कभी सच नहीं होनेवाला. वोट से हमें नहीं हरा सकने वाले ऐसी अफवाहें उड़ा रहे हैं. बिहार ही नहीं पूरे देश में जो भी अभी सत्ता का विरोध कर रहा है, उनको फंसाया जा रहा है. हमने गलत नहीं किया है . फंसाया गया है. वर्ष 1997 में तो हम, तेजप्रताप भईया या मीसा दीदी में से कोई राजनीति में भी नहीं थे. फिर भी पापा को फंसाया गया.लेकिन विरोधी आरजेडी को कमजोर नहीं कर पाए. सीट की संख्या मुद्दा नहीं, मुख्य आधार जीतना है. हमारा लक्ष्य हर हाल में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना है. जब हम जेडीयू के साथ सीट समझौता कर सकते हैं तो उसे राजनीति से बाहर करने के लिए अन्य दलों से सीट एडजस्ट क्यों नहीं कर सकते. हम सभी 40 सीट जीतने के लिए त्याग करने से पीछे नहीं हटेंगे.
तेजस्वी यादव ने कानून व्यवस्था को लेकर भी नीतीश सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार राज्य के गृह मंत्री भी हैं. बिहार सरकार की वेबसाइट पर उपलब्ध दोनों शासनकाल के आंकड़ों की तुलना कर लें, समझ में आ जाएगा .राज्य में डॉक्टरों पर हमले, बच्चियों के साथ दुष्कर्म, मॉब लिंचिंग, लूट, हत्या और यहां तक कि राजधानी में कमिश्नर दंपती, व्यापारी और सरकारी कर्मियों के साथ लूटपाट की ऐसी-ऐसी घटनाएं हो रही हैं जिससे हमारा हमलावर होना जायज है.
आरक्षण पर भी तेजस्वी यादव खूब बोले. उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी.उनकी पार्टी इसी नीति पर काम करती है. एससी-एसटी के सभी साढ़े 22 फीसदी और ओबीसी के 27 फीसदी लोगों को उसका लाभ आजतक नहीं मिला. आरजेडी का मानना है कि जातीय जनगणना सार्वजनिक होनी चाहिए . तामिलनाडू की तरह सिड्यूल-9 में दलितों का आरक्षण शामिल हो और वंचितों को उनका हक और अधिकार देने की सौ-फीसदी कोशिश हो.
Comments are closed.