देशी शराब ,ताड़ी उत्पादकों को मिलेगा अब नया काम , मंजूर हो गई 840 करोड़ की योजना
जीविका के साधन मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने 840 करोड़ की योजना मंजूर
सिटी पोस्ट लाईव : शराबबंदी के बाद से बेरोजगार हो चुके देसी शराब और ताड़ी उत्पादन से जुड़े परिवारों को जीविका के साधन मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने 840 करोड़ की योजना मंजूर की है. ग्रामीण विकास विभाग की इस योजना के तहत देसी शराब और ताड़ी उत्पादन व बिक्री से पारंपरिक रूप से जुड़े एससी-एसटी व अन्य समुदायों के निर्धन परिवारों को आजीविका के साधन मुहैया कराए जाएंगे. प्रति परिवार 60 हजार की राशि तय हुई है, जिसे बढ़ाकर 1 लाख तक किया जा सकता है.यह योजना तीन सैलून तक चलेगी.
यह योजना सभी 534 प्रखंडों में लागू होगी ताकि एक लाख निर्धन परिवारों को सामाजिक व आर्थिक सशक्तिकरण का साधन उपलब्ध कराया जा सके. क्षमतावर्धन के लिए इन्हें स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जाएगा.जीविका को इस योजना को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेवारी दी गई है.इसके माध्यम से प्रशिक्षण के साथ-साथ बैंकों से कारोबार के लिए कर्ज भी दिलाया जाएगा.
योजना में शामिल परिवारों को गाय, बकरी, मधुमक्खी और मुर्गी पालन के साथ कृषि के विकास, नीरा, अगरबत्ती निर्माण से जोड़ा जाएगा. भूमिहीन परिवारों को बासगीत भूमि दी जाएगी. सात निश्चय, सामाजिक सुरक्षा, पीएम आवास योजना, मनरेगा, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजनाओं से जोड़ा जाएगा. 30 से 35 परिवारों का जिम्मा एक-एक संसाधन सेवी को सौंपा गया है.
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