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सुषमा स्वराज का आज शाम 4 बजे होगा अंतिम संस्कार, उनका अंतिम ट्विट

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सुषमा स्वराज का आज शाम 4 बजे होगा अंतिम संस्कार, उनका अंतिम ट्विट

सिटी पोस्ट लाइव : भारत की पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का निधन मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से हो गया. उन्हें कार्डिएक अरेस्ट के बाद एम्स ले जाया गया लेकिन बचाया नहीं जा सका.भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी है.अपने ट्वीट्स में उन्होंने लिखा है, ”भारतीय राजनीति का एक महान अध्याय ख़त्म हो गया है. भारत अपने एक असाधारण नेता के निधन का शोक मना रहा है, जिन्होंने लोगों की सेवा और गरीबों की ज़िंदगी बेहतर के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. सुषमा स्वराज जी अनूठी थीं, जो करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत थीं. सुषमा जी अद्भुत वक्ता और बेहतरीन सांसद थीं. उन्हें सभी पार्टियों से सम्मान मिला. बीजेपी की विचारधारा और हित के मामले में वो कभी समझौता नहीं करती थीं. बीजेपी के विकास में उन्होंने बड़ा योगदान दिया.”

निधन की ख़बर आने से तीन घंटे पहले ही सुषमा स्वराज ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी को अनुच्छेद 370 के संदर्भ में बधाई देते हुए ट्वीट किया था.सुषमा स्वराज ने अपने अंतिम ट्वीट में लिखा था, ”प्रधानमंत्री जी, आपका हार्दिक अभिनन्दन. मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी.सुषमा स्वराज ने एक दूसरे ट्वीट में गृह मंत्री अमित शाह को बधाई दी और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को याद किया था.गृह मंत्री श्री अमित शाह को भी उत्कृष्ट भाषण के लिए बहुत बहुत बधाई दी थी.

सुषमा स्वराज ने अपने आखिरी ट्विट में लिखा -राज्य सभा के उन सभी सांसदों का बहुत बहुत अभिनन्दन जिन्होनें आज धारा 370 को समाप्त करने वाले संकल्प को पारित करवा कर डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान को सच्ची श्रद्धांजलि दी और उनके एक भारत के सपने को साकार किया.सोशल मीडिया पर सुषमा स्वराज का आख़िरी ट्वीट लोग शेयर कर रहे हैं और इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.कांग्रेस के पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भी सुषमा स्सुषमा स्वराज के निधन की ख़बर से स्तब्ध हूं. वे असधारण नेता और प्रखर वक्ता रहीं जिनकी दूसरी पार्टियों में भी मित्रता थी.

एक वक़्त था जब बीजेपी में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद सुषमा और प्रमोद महाजन सबसे लोकप्रिय वक्ता थे. फिर बात संसद की हो या सड़क की. सुषमा स्वराज की गिनती बीजेपी के डी यानी दिल्ली -फ़ोर में होती थी.बीते चार दशकों में वे 11 चुनाव लड़ीं, जिसमें तीन बार विधानसभा का चुनाव लड़ीं और जीतीं. सुषमा सात बार सांसद रह चुकी हैं.इमरजेंसी के दिनों में बड़ौदा डायनामाइट केस में फंसे जार्ज फ़र्नांडिस ने जेल में ही रहकर मुज़फ़्फरपुर से चुनाव लड़ने का फ़ैसला किया था.तब सुषमा स्वराज ने हथकड़ियों में जकड़ी उनकी तस्वीर दिखा कर ही पूरे क्षेत्र में प्रचार किया. जब चुनाव परिणाम आया तो जॉर्ज दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद थे.

साल 2013 में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनने से रोकने की लाल कृष्ण आडवाणी की मुहिम में वे आडवाणी के साथ थीं. इस मुहिम में उन्होंने आखिर तक आडवाणी का साथ दिया. पर 2014 में मोदी की जीत के बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा.इंदिरा गांधी के बाद सुषमा स्वराज दूसरी ऐसी महिला थीं, जिन्होंने विदेश मंत्री का पद संभाला था.बतौर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफ़ी सक्रिय रहती थीं. फिर चाहे विदेश में फंसे लोगों की मदद करना हो या लोगों का पासपोर्ट बनवाना.कुछ मौक़ों पर छोटी बातों पर मदद मांगते लोगों को सुषमा ने मज़ाकिया अंदाज़ में डांट फटकार भी लगाती थीं.आज शाम 4 बजे शुष्मा स्वराज का अंतिम संस्कार दिल्ली में होगा.

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