सिटीपोस्टलाईव:कर्नाटक में बीजेपी की सरकार बनने के बाद सभी विपक्षी नेता ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है| गौरतलब है की कर्नाटक की तर्ज पर बिहार और गोवा में भी राहुल गाँधी और तेजस्वी यादव ने सरकार बनाने को लेकर दावा पेश करने का फैसला किया है| इस फैसले पर सुशील कुमार मोदी ने तेजस्वी पर जमकर निशाना साधा है| सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि संविधान में राज्यपाल पद की व्यवस्था इसीलिए की गई है कि वे विषम परिस्थितियों में हर राज्य की अलग-अलग स्थिति के अनुसार अपने विवेक से निर्णय करें| राजनीति में पहले से तय समाधान से काम नहीं चलता और न एक राज्य की तुलना दूसरे राज्य से की जा सकती है| समय को पीछे भी नहीं लौटाया सकता. कुछ लोग बिहार में अस्थिरता पैदा कर विकास को बाधित करने की साजिश कर रहे हैं|
संविधान में राज्यपाल पद की व्यवस्था इसीलिए की गई है कि वे विषम परिस्थितियों में हर राज्य की अलग-अलग स्थिति के अनुसार अपने विवेक से निर्णय करें। राजनीति में पहले से तय समाधान से काम नहीं चलता और न एक राज्य की तुलना दूसरे राज्य से की जा सकती है। समय को पीछे भी नहीं लौटाया सकता… pic.twitter.com/oKvlfTW2p8
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 17, 2018
सुशील मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर भी तंज कसते हुए कहा कि जिस कांग्रेस ने 60 साल के लंबे शासन के दौरान राज्यपाल-पद और अनुच्छेद 356 के दुरुपयोग की एक से बढ़ कर एक शर्मनाक मिसालें पेश कीं, वह कर्नाटक में बहुमत से चूकने पर किस मुंह से लोकतंत्र की हत्या का शोर मचा रही है? कांग्रेस से हाथ मिला कर देवगौड़ा क्यों भूल गए कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद का दुरुपयोग कर 1993 में गुजरात की भाजपा सरकार भंग कर राष्ट्रपति शासन लगवाया था? 123 बार राज्य सरकारों को बर्खास्त करने का दाग कांग्रेस के ही दामन पर लगा है|
जिस कांग्रेस ने 60 साल के लंबे शासन के दौरान राज्यपाल-पद और अनुच्छेद 356 के दुरुपयोग की एक से बढ़ कर एक शर्मनाक मिसालें पेश कीं, वह कर्नाटक में बहुमत से चूकने पर किस मुंह से लोकतंत्र की हत्या का शोर मचा रही है? कांग्रेस से हाथ मिला कर देवगौड़ा क्यों भूल गए कि उन्होंने …. pic.twitter.com/GViVFZuv7o
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 17, 2018
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