सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद सुशील मोदी आज भाजपा कार्यालय पहुंचे. जहां वे मीडिया से मुखातिब हुए और उनसे इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पीएम मैटेरियल होने वाले प्रस्ताव को लेकर सवाल किया गया. लेकिन, उन्होंने इस सवाल पर चुप्पी साध ली. उन्होंने साफ़ कह दिया कि, वे इस मामले में कुछ भी नहीं बोलेंगे. जानकारी के मुताबिक, साल 2012 में सुशील मोदी ने भी सीएम नीतीश कुमार पीएम मैटेरियल बताया था.
लेकिन, अब वे केंद्र में चले गए हैं और अब उन्होंने इस मामले में भी कुछ कहने से इनकार कर दिया. जिसके बाद अब कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. बता दें कि, इस दौरान सुशील मोदी ने पिछड़े वर्ग को आरक्षण दिलाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि, भारतीय जनता पार्टी के ओबिसी मोर्चा की दो दिवसीय बैठक 4 और पांच तारीख को खगड़िया में होगी. साथ ही सुशील मोदी ने आरजेडी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि जब आरजेडी 15 सालों तक बिहार में शासन की तो पंचायत चुनाव नहीं कराई.
2003 में पंचायत चुनाव आरजेडी कराए भी तो उसमें एससी और एसटी को आरक्षण नहीं दिया गया. 2005 में जब एनडीए की सरकार बनी तो हम लोग पंचायत चुनाव कराए और उसमें पिछड़े वर्गों को आरक्षण दिया. बिहार में 16 सौ मुखिया पिछड़े वर्ग से आते हैं, इसका क्रेडिट भी भारत सरकार को जाती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार पिछड़े वर्गों के हित में काम कर रहे हैं. पिछले दिनों ही मेडिकल के क्षेत्र में 27 परसेंट आरक्षण पिछड़े वर्ग को दिया है.
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