सिटी पोस्ट लाइव, लखनऊ: प्रदेश में अपराधी विकास दुबे मुठभेड़ के बाद इसे एक वर्ग के खिलाफ साजिश बताकर सोशल मीडिया में सरकार पर कई गम्भीर आरोप लगाए जा रहे हैं। विपक्षी दलों के नेताओं की ओर से भी सरकार को ब्राह्मण विरोधी बताकर निशाना साधा जा रहा है। प्रदेश के विधायी, न्याय एवं ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा मंत्री बृजेश पाठक ने इसे लेकर पलटवार किया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि समाजवादी और कांग्रेस हमारी सरकार पर ब्राह्मण विरोधी होने का इल्जाम लगा रही हैं। इससे अच्छा होता कि वह अपने गिरेबान में झांक कर देख लेते। भारतीय जनता पार्टी को ब्राह्मणों का समर्थन पार्टी के गठन के पहले दिन से ही प्राप्त है आज भी ब्राह्मणों का समर्थन भाजपा सरकार को ही है।
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उन्होंने कहा कि अपनी बौखलाहट में यह दल एक अनावश्यक मुद्दे को भड़काने का काम कर रही हैं, जिसमें वह कभी भी सफल नहीं हो सकते। पाठक ने कहा कि जहां तक कानपुर के विकास दुबे के एनकाउंटर का मामला है, राज्य सरकार ने सारे मामले की न्यायिक जांच कराने के आदेश दे दिए हैं। सोशल मीडिया पर ब्राह्मणों के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर सरकार को बदनाम करने का काम किया जा रहा है। लेकिन, जनता जागरूक है जिस का भंडाफोड़ समय आने पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधी कोई भी हो, जो भी कानून को हाथ में लेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो भी निर्दोष हैं उन्हें कभी भी कोई नाजायज सताने नहीं पाएगा यह हमारी सरकार की जिम्मेदारी है। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जितिन प्रसाद ने कहा था कि राज्य में ब्राह्मण समाज के प्रति अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, वह चिंता करने वाली हैं। आखिर ऐसा क्या हो गया है कि ब्राह्मण समाज के लोग अपराध का शिकार हो रहे हैं। सभी एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज को ताकत दें।
वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने भी कहा था कि बसपा का मानना है कि किसी गलत व्यक्ति के अपराध की सजा के तौर पर उसके पूरे समाज को प्रताड़ित व कटघरे में नहीं खड़ा करना चाहिए। इसीलिए कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड के दुर्दान्त विकास दुबे व उसके गुर्गों के जुर्म को लेकर उसके समाज में भय व आतंक की जो चर्चा गर्म है उसे दूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि साथ ही, यूपी सरकार अब खासकर विकास दुबे-काण्ड की आड़ में राजनीति नहीं बल्कि इस सम्बंध में जनविश्वास की बहाली हेतु मजबूत तथ्यों के आधार पर ही कार्रवाई करे तो बेहतर है। सरकार ऐसा कोई काम नहीं करे जिससे अब ब्राह्मण समाज भी यहां अपने आपको भयभीत, आतंकित व असुरक्षित महसूस करे।
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