RJD के खिलाफ गोलबंदी, सोनिया गांधी तय करेंगी बिहार में महागठबंधन का चेहरा.
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) में कौन दल कितनी सीटों पर और किस सीट से चुनाव लडेगा इसको लेकर अभी से राजनीतिक दलों में कशरत शुरू हो गई है. महागठबंधन के सभी घटक दल तेजस्वी यादव से लगातार कोआर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग कर रहे थे लेकिन वो नजर-अंदाज कर रहे थे. अब आरजेडी को अलग छोड़कर महागठबंधन के सभी चार दलों ने मिलकर खुद ही कोआर्डिनेशन कमिटी का गठन कर लिया है.इस कोआर्डिनेशन कमिटी का अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी का नेता होगा. कांग्रेस पार्टी के नेता के नाम पर मुहर सोनिया गांधी को लगाना है.
गौरतलब है कि RJD द्वारा तेजस्वी यादव को महागठबंधन का नेता और मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित कर दिए जाने को लेकर महागठबंधन के तमाम घटक दल नाराज चल रहे हैं.उनका कहना है कि ये सबकुछ कोई एक पार्टी तय नहीं करसकती. ऐसे बड़े फैसले महागठबंधन के सभी घटक दलों की बैठक में ही होना चाहिए.RJD की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद VIP पार्टी, हम पार्टी, रालोसपा और कांग्रेस ने कोआर्डिनेशन कमिटी बना ली है. उनका कहना है कि अब तो सोनिया गांधी ही तय करेगी कि महागठबंधन का नेत्रित्व कौन करेगा.मुकेश सहनी ने तो यहाँ तक कह दिया है कि अगर RJD इसके लिए तैयार नहीं हुआ तो बाकी चार दल मिलकर महागठबंधन के बारे में
बिहार एनडीए (Bihar NDA0 ने जहां अपनी तरफ से सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के चेहरे का ऐलान कर दिया है, वहीं महागठबंधन में अब भी इस पर सहमति नहीं बन पाई है. खास तौर पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी (Jeetan Ram Manjhi, Upendra Kushwaha, Mukesh Sahni) के बाद कांग्रेस के बयान ने इसमें पेंच फंसा दिया है. दरअसल कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महागठबंधन के चेहरा का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) करेंगी.
कांग्रेस एमएलसी प्रेमचंद्र मिश्र ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ही महागठबंधन के चेहरे पर फैसला लेगा और जल्द ही सोनिया गांधी इसका निर्णय सुनाएंगी. कांग्रेस की ओर से दिए गए इस बयान ने आरजेडी के लिए ऊहापोह की स्थिति पैदा कर दी है क्योंकि उसने पहले ही तेजस्वी यादव के नाम पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर रखा है. यही नहीं पार्टी ने तेजस्वी को अपना सीएफ फेस भी घोषित कर रखा है.
कांग्रेस के इस बयान के बाद आरजेडी ने जबाबी हमला करते हुए तेजस्वी को घोषित नेता बताया है. आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि तेजस्वी को नेता के रूप में एलान पहले ही हो चुका है. राहुल गांधी ने भी गांधी मैदान में तेजस्वी के नाम की घोषणा की थी. ऐसे में कांग्रेस के किसी और नेता के कहने का कोई मतलब नहीं. वहीं, तेजस्वी यादव ने खुद को नेता के चेहरे के सवाल से किनारा करते हुए कहा कि हम चेहरे की चिंता नही करते हैम काम की चिंता करते हैं.
बहरहाल अब कांग्रेस ने भी सोनिया गांधी द्वारा सीएम के चेहरे के ऐलान की बात कहकर मांझी, कुशवाहा और सहनी के सुर में सुर मिला दिया है. जाहिर है ये महागठबंधन की सियासत के लिए बेहद अहम होने जा रहा है क्योंकि आरजेडी भी बगैर कांग्रेस के चुनावी मैदान में जाने को तैयार नहीं दिखती है. ऐसे में अब सबकी निगाहें सोनिया गांधी के ऐलान पर टिकी हैं.
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