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सोनिया गांधी ने मंत्री रामेश्वर उरांव से कोविड-19 को लेकर चर्चा की

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सिटी पोस्ट लाइव, रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष समेत पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और कांग्रेस के गठबंधन वाली प्रदेश सरकार में शामिल पार्टी के मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इस बैठक में कोरोना संक्रमण के प्रचार से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने और कमजोर तबकों की मदद करने की जरूरत पर बल दिया।  वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ रहा है और ऐसे में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर कांग्रेस की यह जिम्मेदारी है कि हम मुद्दों को उठाएं और सरकार पर दबाव बनाएं कि वह जनसंपर्क की तरकीबें अपनाने की बजाय जनहित में काम करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर कोरोना महामारी में कुप्रबंधन का आरोप लगाया और टीके का निर्यात कर देश में इसकी कमी होने पर चिंता जतायी। सोनिया गांधी ने कहा कि चुनावों और धार्मिक आयोजनों के लिए सामूहिक समारोहों ने कोविड-19 को गति दी है, जिसके लिए हम सब भी कुछ हद तक जिम्मेवार हैं, हमें इस जिम्मेवारी को स्वीकार करने और राष्ट्रहित को ऊपर रखने की जरूरत है।

कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के वित्त था खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव से कोरोना टीका की उपलब्धता के बारे में जानकारी मांगी गयी। जिस पर डॉ0 रामेश्वर उरांव ने बताया कि राज्य में वैक्सीन की कमी हो गयी थी, केंद्र सरकार से पत्राचार किया गया और अब दस लाख वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई गयी है, राज्य सरकार युद्धस्तर पर कोरोना टीका लगाने के लिए अभियान चला रही है। सोनिया गांधी ने ऑक्सीजन, वैंटिलेटर और अन्य उपयोगिताओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के बारे में भी जानकारी मांगी, जिस पर डॉ0 उरांव ने बताया कि हाल के दिनों में शहरी क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है, स्थिति से निपटने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किये जा रहेंगे। वहीं लॉकडाउन के संबंध में कांग्रेस अध्यक्षा को प्रदेश अध्यक्ष की ओर से यह जानकारी दी गयी कि आदिवासी बाहुल्य गरीब प्रदेश में फिलहाल लॉकडाउन पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है,क्योंकि मौजूदा परिस्थिति में यदि लॉकडाउन लागू किया जाता है, तो वायरस की जगह भूखमरी से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाएगी। रामेश्वर उराँव ने कहा पिछले वर्ष कोरोना महामारी में लाक डाउन की वजह से स्थिति खराब हो गई थी लेकिन अक्टूबर -नवम्बर महीने से राजस्व संग्रह कर विकास को गति दी गई है, पुनः दूसरा चरण महामारी का प्रारम्भ हुआ है लेकिन सरकार गंभीरतापूर्वक जनता के हितों पर काम खर रही है।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने बताया कि ताली बजाने, थाली बजाने और दीप जलवाने के बाद अब प्रधानमंत्री टीकोत्सव कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, लेकिन इस विकट परिस्थिति में अपनी वाह-वाही के लिए केंद्र सरकार ने विदेशों को टीका निर्यात करने का काम किया है, वहीं जबकि झारखंड समेत देशभर में कोरोना वैक्सीन की कमी महसूस की जा रही है, ऐसे में भारत कैसे कोरोना से लड़ाई लड़ने में सफल होगा, यह सभी को सोचना चाहिए।

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