मोदी सरकार का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा है खोखला : पप्पू यादव
उन्माद और नफरत की राजनीति खत्म करने में अहम होगी बिहार की भूमिका
मोदी सरकार का ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा है खोखला : पप्पू यादव
सिटी पोस्ट लाइव : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा चिन्मयानंद के मामले में जिस तरह से पीड़िता को झूठे केस में फंसा कर जेल भेजा गया है, वह शर्मनाक है। ऐसा लगता है कि देश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का नारा खोखला है। देश में भाजपा के द्वारा नफरत और समाज को बांटने वाली कार्य हो राहा है। उक्त बातें पूर्व सांसद सह जाप (लो) प्रमुख पप्पू यादव ने आज जन अधिकार पार्टी द्वारा राज्यव्यापी धरना के क्रम में पटना के गर्दनीबाग में आयोजित एकदिवसीय धरने में शामिल होकर कही।
पूर्व सांसद ने कहा कि जहां देश में महंगाई अपनी चरम सीमा पर है, वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका जाकर ट्रंप का चुनाव प्रचार कर रहे हैं। यह अपने आप में अद्भुत घटना है। देश की जनता से केंद्र सरकार को कोई मतलब नहीं है। जहां नाथूराम गोडसे की पिस्तौल को भाजपा प्रवक्ता के द्वारा नीलामी में की बात की जा रही है, वहां पर न्याय की बात करना समझ से परे है। जाप (लो) प्रमुख ने बिहार सरकार पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि बिहार में एक बार फिर से उन्माद और नफरत की राजनीति को भाजपा के द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। नीतीश कुमार सत्ता के मोह में चुप हैं। हम उनसे पूछना चाहते हैं कि उनके सांप्रदायिकता से लड़ने के संकल्प का क्या हुआ, जो आप आर एस एस से आज मिल रहे हैं।
क्या आर एस एस के साथ मिलकर ही उन्माद की राजनीति को अब समाप्त करेंगे। बिहार में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है। गैंग रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं। हद तो यह है कि नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के राजगीर में भी लगातार ऐसी घटनाएं हो रही हैं और सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर पा रही है। क्या न्याय के साथ विकास का मतलब यही है ?उन्होंने कहा कि जब नालंदा का यह हाल है, तो और जिलों का क्या स्थिति होगी, इस बात से समझा जा सकता है। पप्पू यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी इस बात के लिए संकल्पित है कि बेटियों को न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष और आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान मे बढती महंगाई, बिजली के दरों में बढ़ोतरी, बेटियों पर अत्याचार तथा बाढ़ और सुखाड़ के राहत कार्यों में कोताही के खिलाफ साइकिल यात्रा फारबिसगंज से 13 अक्टूबर से शुरू होगा। बाढ़ के सवाल पर उन्होंने कहा कि खगडि़या, राघोपुर समेत बिहार के कई हिस्से आज भी बाढ़ में डूबे हैं। ऐसे में सरकार के अधिकारी मदद देने के बजाय, बाढ़ राहत के नाम पर पिकनिक मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम शुरू से फरक्का बराज को डिमोलिस करने की बात करते रहे हैं। अब नीतीश कुमार ने भी माना है कि फरक्का के कारण बिहार में बाढ़ आते हैं, तो क्यों नहीं उसे तोड़ने की बात नीतीश कुमार केंद्र सरकार से करते हैं।
धरना को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अखलाक अहमद, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद, राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह, राष्ट्रीय महासचिव राजेश रंजन पप्पू, प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कुशवाहा, उमैर खान, प्रदेश प्रधान महासचिव सूर्यनारायण सहनी, प्रदेश महासचिव शंकर पटेल, गौतम आनंद, आजाद चांद, राजीव कुसुम, अरूण सिंह, निरंजन यादव, आनंद देव, शशांक मोनू, दिलीप कुमार, राहुल रूद्र, सन्नी यादव, दीपक, आशीष उर्फ विकास, नीतीश सिंह, गोलू सिंह, पिंटू यादव, गौरव, मनीष यादव, युवा शक्ति के प्रदेश अध्यक्ष गौरी शंकर यादव, युवा परिषद के प्रदेश अध्यक्ष बब्बन यादव समेत सैकड़ों की संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। धरना की अध्यक्षता पटना पूर्वी के अध्यक्ष नवल किशोर यादव ने किया, जबकि संचालन महानगर अध्यक्ष दिलीप कुमार ने किया।
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