सिटी पोस्ट लाइव : आज बिहार में RJD कार्यकर्त्ता -नेता बड़े धूमधाम के साथ पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं.आज के ही दिन लालू यादव ने 1997 को पार्टी की स्थापना की थी. सामाजिक न्याय और सद्भावना को आधार बनाकर लालू यादव ने काम शुरू किया और लगभग डेढ़ दशक तक बिहार पर राज करते रहे. लालू प्रसाद जमानत पर जेल से बाहर हैं. वे साढ़े तीन साल के बाद अपने सभी स्तर के कार्यकर्ताओं से वर्चुअली जुडे़ंगे. 9 अप्रैल को भी लालू प्रसाद ने वर्चुअली पार्टी के खास नेताओं के साथ मीटिंग की थी.
RJD की कमान तेजस्वी यादव के हाथ में आने के बाद पहली बार पार्टी का इतना भव्य आयोजन हो रहा है. RJD के सभी नेताओं के साथ तेजप्रताप यादव, मीसा भारती, रोहिणी आचार्या यानी सभी ने तेजस्वी को ही नेता मान लिया है. विधान सभा चुनाव के नतीजों के बाद तेजस्वी यादव सरकार बनाने में कामयाब भले नहीं रहे लेकिन उन्होंने यह मनवा दिया कि पार्टी को आगे वहीँ बढ़ा सकते हैं.राष्ट्रीय जनता दल बिहार की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है. महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल के 75 विधायक, कांग्रेस-19, माले- 12, भाकपा-2, भाकपा मार्क्सवादी-2 और एआईएमआईएम के 5 विधायक हैं. पार्टी को हम, वीआईपी और एआईएमआईएम का समर्थन मिल गया तो नीतीश सरकार मुश्किल में पड़ जाएगी. RJD की नजर JDU के विधायकों पर है. पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन कहते हैं कि JDU में नाराजगी चरम पर है.
पार्टी 25 साल की युवा अवस्था में है.उसकी बागडोर युवा नेता तेजस्वी यादव के हाथ में है. पार्टी ने कई बार कहा है कि वह युवाओं के बेराजगारी, नौकरियों में गड़बड़ी आदि मामलों को दम के साथ उठाएगी. पार्टी प्रवक्ता रितु जायसवाल कहती हैं कि 200-200 की समूह में युवा पार्टी से जुड़ने के लिए संपर्क कर रहे हैं.पार्टी दफ्तर का स्वरूप अब बदल गया है.संगठन को नये सिरे खड़ा करने की कोशिश जारी है. तेजस्वी यादव सीसीटीवी के जरिये पार्टी दफ्तर पर नजर बनाए रहते हैं.सरकार की घेराबंदी के लिए उन्होंने प्रवक्ताओं की एक बड़ी फ़ौज बना रखी है.
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