16 साल पुराने मामले में बाइज्जत बरी किए गए शिवानंद तिवारी और काली पाण्डेय
सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी और एलजेपी नेता काली प्रसाद पाण्डेय को 16 साल पुराने मामले में बरी कर दिया गया है. उनके अलावे पांच अन्य दोषियों को भी साक्ष्य के आभाव में बरी किया गया. दरअसल मामला साल 2003 का है, जब बृजकिशोर सिंह की मूर्ति के अनवारण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी आए थे. इसी दौरान सभी लोगों के ऊपर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया था. लेकिन बाद में किसी भी तरह का साक्ष्य उपलब्ध नहीं कराया गया. जिसके बाद 16 साल पुराने मामले में सभी आरोपित कोर्ट से बरी हो गए हैं.
इससे पहले गुरुवार को शिवानंद तिवारी और काली पाण्डेय गोपालगंज कोर्ट हाजिर हुए. कोर्ट ने 16 साल पुराने आदर्श आचार संहिता उलंघन मामले में साक्ष्य के अभाव में कोर्ट से बाइज्जत बरी हो गई. पूर्व सांसद शिवानन्द तिवारी के अलावा एलजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद काली प्रसाद पाण्डेय, जेडीयू नेता सदानंद सिंह , जेडीयू जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार पटेल सहित 05 लोगों को भी कोर्ट ने बरी कर दिया. पूर्व सांसद काली प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि पूर्व के एक मामले में तत्कालीन सदर बीडीओ ने उनके अलावा 05 लोगों को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में आरोपित किया था. इस मामले में वे लोग कहीं दोषी भी नहीं थे.
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