सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में विधानसभा चुनाव में सबको एक टिकेट की दरकार है.सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे को मात देने में कोशिश में जुटा है. किसी भी स्थापित पार्टी का टिकेट मिल पाना मुश्किल है. ऐसे में अब चुनाव लड़ने को बेताब उम्मीदवारों को मौका देने के लिए नए दलों के गठन का सिलसिला भी जारी है. आरएलएसपी के कद्दावर नेता, पार्टी के प्रधान महासचिव सत्यानंद दांगी को जब लगा कि विधान सभा टिकेट पाना मुश्किल है तो उन्होंने खुद अपनी पार्टी बना ली.उन्होंने रालोसपा को छोड़कर नई पार्टी का गठन कर लिया है.
सत्यानंद दांगी ने आज भारतीय लोक चेतना पार्टी’ के नाम से नए दल का ऐलान किया है. बिहार विधान सभा चुनाव-2020 में पार्टी की तरफ से 41 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी है.दांगी ने कहा कि समान विचार वाले दल अगर समझौता का प्रस्ताव रखते हैं तो उस पर विचार किया जाएगा.आज की बैठक में जहां सत्यानंद दांगी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये गए वहीं प्रदेश अध्यक्ष डा0 कीर्तन प्रसाद सिंह ‘कुशवाहा’ को बनाया गया. आज रालोसपा छोड़कर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नई पार्टी में शामिल हुए .
उन्हेांने कहा कि बिहार एवं भारत की जनसंख्या का 80 प्रतिशत भाग गांवों में रहती हैं.किसान, मजदूर एवं युवाओं की बेरोजगारी को दूर करने, उनके पलायन को रोकने तथा बिहार को आर्थिक आत्मनिर्भर एवं खुशहाल प्रदेश बनाने हेतु कृषि उत्पादित वस्तुओं पर आधारित उद्योगों की स्थापना करना आवश्यक है. कृषि को उद्योग का दर्जा देने ,जल, जमीन, जानवर तथा जंगल से संबंधित उत्पादक किसानों एवं सरकार के संयुक्त आर्थिक प्रशासनिक हिस्सेदारी के आधार पर सहयोग समिति का गठन करने की मांग करते हुए दांगी ने कहा कि सहयोग समितियों के माध्यम से विभिन्न प्रकार के कृषि उद्योगों जैसे-चिनी मिल, जूट मिल, पेपर मिल, काटन मिल, जैविक खाद, दुग्ध (डेयरी) मखाना एवं मत्स्य उद्योग, लकड़ी उद्योग की स्थापना होनी चाहिए.
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