सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में विधान परिषद की 9 सीटों के लिए हो रहे चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा घमाशान RJD में मचा हुआ है.9 सीटों में RJD कोटे में की 3 सीटें हैं. लालू प्रसाद ने इन सीटों पर फारूक शेख, सुनील कुमार सिंह और रामबली सिंह चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया है. फारूख शेख जहां मुंबई में कारोबार करते हैं. सुनील कुमार सिंह बिस्कोमान के अध्यक्ष हैं तो रामबली सिंह बीएन कॉलेज पटना में प्रोफेसर हैं. लालू प्रसाद के इस निर्णय से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता आहत हैं. उनका कहना है कि वो हमलोग सिर्फ पालकी ढोने के लिए ही बने हैं. जिसका पार्टी के लिए कोई योगदान नहीं वह सीधे उच्च सदन का टिकट लेकर इंट्री मारता है और हमलोग देखते रह जाते हैं.
कार्यकर्ताओं की बजाए बड़े लोगों को विधान परिषद का टिकट दिए जाने को लेकर RJD कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर भारी नाराजगी भी देखी जा रही है. कार्यकर्ताओं का कहना था कि हमलोग पालकी ढोयें और माल खाने के वक्त दूसरा कोई एंट्री मार दे. ऐसे में आखिर ईमानदार कार्यकर्ता पार्टी के लिए क्यों खून-पसीना बहाए. पार्टी के जमीनी स्तर के कई नेताओं ने तो यहां तक कह दिया कि इस पार्टी में ईमानदार आदमी की कहीं कोई पूछ नहीं है. आज भी RJD जहाँ पंद्रह साल पहले था.तेजस्वी चाहे जितने दावे कर लें लेकिन सच्चाई यही है कि कुछ बदलाव नहीं हुआ है.
RJD के द्वारा विधान परिषद् के लिए तय किये गए तीन में से 2 उम्मीदवारों को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं. फारूख शेख जिन्हें RJD ने प्रत्याशी बनाया है उन पर कई तरह के आरोप लगे हैं. दूसरे उम्मीदवार प्रोफेसर रामबली सिंह पर पटना के पीरबहोर थाने में इसी साल एक छात्र ने यौन शोषण का आरोप लगा केस दर्ज कराया है. बीएन कॉलेज के एक छात्र ने प्रोफेसर रामबली सिंह पर यौन शोषण का प्रयास करने एवं घर चलने के लिए दबाव बनाने तथा इंकार करने पर रूपया लेने का झुठा आरोप लगाने और कॉलेज कैंपस में मारपीट और गाली-गलौच करने के आरोप लगाए हैं.छात्र के आवेदन पर पीरबहोर थाने की पुलिस ने 11 मार्च 2020 को केस दर्ज किया है.दरअसल बीएन कॉलेज के पीड़ित छात्र ने अपने ऊपर हुए जुल्म की शिकायत पटना के सिटी एसपी से की थी।इसके बाद उस आवेदन पर सिटी एसपी ने केस दर्ज करने का आदेश जारी कर दिया.
एसपी के आदेश पर पीरबहोर थाने की पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर पर केस नंबर-148/2020 दर्ज किया है. RJD के विधान परिषद उम्मीदवार और बीएन कॉलेज के प्रोफेसर रामबली सिंह पर पीरबहोर थाने की पुलिस ने 341,323,504 और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था. लेकिन प्रोफ़ेसर रामबली ने सफाई देते हुए कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश की गई है. आजतक उनके खिलाफ कोई मुक़दमा दर्ज नहीं हुआ. कोई आरोप नहीं लगा. जगदानंद सिंह ने कहा कि अति-पिछड़ों और पिछड़ों को ऐसे ही झूठे मुकदमों में फंसा कर रोकने की कोशिश होती रही है. .
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