सिटी पोस्ट लाइव : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार की सियासत में गरमा गई है. यूपी में राजनीतिक जमीन तलाशने को लेकर बीजेपी (BJP) के सहयोगी दलों की बेचैनी साफ दिख रही है. जेडीयू (JDU), वीआईपी ने यूपी में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. आरजेडी भी यूपी चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए कमर कस चुकी है. वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी बुधवार की रात अचानक वीआईपी प्रमुख और बिहार के मत्स्य व पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी के यहां सरकारी आवास पर मिलने पहुंचे.
दोनों नेताओं के बीच तकरीबन एक घंटे तक बंद कमरे में बातचीत हुई। मुलाकात के बाद तिवारी ने कहा कि अरुण साहनी नाम का मैराथन खिलाड़ी है, जो वैशाली जिले का रहने वाला है। वह एक चैंपियन खिलाड़ी है। उसकी नौकरी के सिलसिले में मंत्री सहनी से वह मिलने आए थे। उन्होंने कहा,” हम तो शुरू से ही खिलाड़ी के लिए लड़ते आए हैं। अरुण सहनी तो वैशाली से दौड़कर पटना आ जाता है। उसके साथ न्याय नहीं हो रहा है।”
राजद प्रवक्ता तिवारी ने कहा कि मंत्री सहनी जिस समाज का प्रतिनिधत्वि करते हैं और वह उनके हक की लड़ाई लड़ते है। उसी समाज का खिलाड़ी अरुण सहनी है। वह यहां राजनीति करने के लिए नहीं आए थे। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार में सरकार की नैय्या डगमगा गई है। मंत्री सहनी के पास सरकार का पतवार है और पतवार जब्त हो जाएगा तो बिहार में सरकार डूब जाएगी।
वहीं केन्द्र में जेडीयू कोटे से मंत्री आरसीपी सिंह को पार्टी ने बीजेपी से टिकट को लेकर जल्द फाइनल बातचीत करने की जिम्मेदारी दी है.मुकेश सहनी बीजेपी के लिए एक बड़ी चुनौती बने हुए हैं.उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू भी अपनी ताकत आजमाना चाहती है.जेडीयू और बीजेपी दोनों दलों के बीच कोई फॉर्मूला तय नहीं हो पा रहा है. जाहिर है इसका असर बिहार में अगर हुआ तो बिहार की राजनीति करवट जरुर लेगी. यदि ऐसा हुआ तो शायद इसमें बीजेपी अकेली ही रह जाए.
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