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हार के बाद आरोपों का दौर जारी, रघुवंश ने लगाया अखिलेश-माया पर बड़ा आरोप

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हार के बाद आरोपों का दौर जारी, रघुवंश ने लगाया अखिलेश-माया पर बड़ा आरोप

सिटी पोस्ट लाइव : लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्ष लगातार आपने ही दलों के नेअताओं और सहयोगियों पर आरोप लगा रही है. जहां पहले राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद ने हार का ठीकरा तेजप्रताप और तेजस्वी के सर पर फोड़ा वहीँ अब में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को फायदा पहुँचाने का आरोप सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पर लगा रहे हैं. उन्होंने बसपा-सपा पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बुआा और बबुआ मिल कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लाभ पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के गठबंधन से अलग हो जाने से सीधे बीजेपी को फायदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि यूपी के दोनों नेता अपने फायदे को देख रहे हैं.

बता दें रघुवंश प्रसाद इससे पहले सभी गैर भाजपाई दलों और नेताओं को एकजुट होने का आवाहनकर चुके हैं जिनमें बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं. जीतनराम मांझी से मुलाक़ात के बाद उन्होंने नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया था. वहीँ अब बसपा-सपा पर बीजेपी को लाभ पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं. बताते चलें बिहार में राजद को एक भी सीट नहीं मिली है. कांग्रेस ने जरुर आपना खाता खोला लेकिन 40 में 39 सीटें लाकर बिहार में भाजपा ने महागठबंधन की कमर ही तोड़ दी. जिसका नतीजा है कि विपक्ष लगातार एक दुसरे पर आरोप लगा रहे हैं.

रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव और मायावती को उत्तर प्रदेश की कोई चिंता नहीं है. दोनों ने स्वार्थ में गठबंधन तोड़ा है. रघुवंश सिंह ने कहा कि वे खुद से खरीद कर अखिलेश-मायावती को एक- एक माला देंगे. साथ ही कहेंगे कि आप दोनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक- एक माला पहना दीजिए. वहीं, सुशील मोदी के ऑफर के सवाल पर उन्होने तंज कसते हुए कहा कि मोदी को उनकी पार्टी में कोई पूछता ही नहीं है. वह खुद राज्यसभा जाना चाहते हैं, लेकिन पार्टी उनको कोई भाव नहीं दे रही है.

गौरतलब है कि जब रघुवंश प्रसाद ने नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का ऑफर दिया था तो, पलटवार करते हुए बिहार के उपमुख्मंत्री सुशील कुमार मोदी ने रघुवंश को nda में आने का न्योता दे डाला था. उन्होंने कहा था कि रघुवंश की राजद में कोई पूछ नहीं है, वे चाहें तो NDA में शामिल हो सकते हैं. जिसपर रघुवंश ने तंज कसा है.

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