लालू-राबड़ी के आवास पर पसरा सन्नाटा, कभी रहती थी छठ पर्व की धूम
सिटी पोस्ट लाइव : लोक आस्था के महापर्व छठ की छटा चारो ओर बिखरी है. बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश जैसे देश के पूर्वी राज्यों में उत्साह और उमंग के बीच पूरा वातावरण भक्तिमय है. लेकिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के घर में अजीब सा सन्नाटा पसरा है. कभी छठ पर्व लालू के आवास पर धूमधाम से मनाई जाती थी. लेकिन पिछले कुछ सालों से लालू आवास पर यह पर्व नहीं मनाया जा रहा. लेकिन इसबार राबड़ी ने बेटे की शादी के बाद फिर से शुरू करने का संकल्प लिया था. बेटे तेजप्रताप यादव की शादी के बाद राबडी देवी इस संकल्प को पूरा करने की तैयारी में थी कि तेज प्रताप ने उनकी सारी मंशाओं पर पानी फेर दिया.
तेजप्रताप और बहू ऐश्वर्या राय के बीच तलाक की खबरों से आहत राबड़ी देवी ने छठ करने से मना कर दिया. उन्होंने कह दिया है कि वे छठ तभी करेंगी, जब दोनों बेटे घर पर साथ रहेंगे. बता दें कि छठ को लेकर राबड़ी आवास पर लोगों की भीड़ लगी रहती थी. लालू-राबड़ी की सातों बेटियां, दामाद और नाती-नातिन सहित सभी नाते-रिश्तेदार छठ की पूजा के लिए घर आ जाते थे. पूजा का प्रसाद खाने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी. सबको आदर के साथ प्रसाद दिया जाता था.
लालू यादव भी कहीं रहें, छठ में वो राबड़ी आवास पर ही होते थे. लेकिन इस बार चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव रांची के रिम्स अस्पताल में हैं. वहीं तेजप्रताप के बारे में कभी वाराणसी, कभी मथुरा तो कभी वृंदावन में देखे जाने की खबरें सामने आ रही है. ऐसे में जाहिर है एक मां होने के नाते बहु बेटों के बीच की दरार उनके लिए किसी जहर से कम नहीं है. जिस बेटे की शादी के बाद छठ करने का संकल्प लिया आज वही बेटे बहु अलग होना चाहते हैं. ऐसे में एक माँ कि पीड़ा महापर्व से कही ज्यादा है.
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