सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने थोक शराब व्यवसाय की जिम्मेवारी निजी हाथों में सौंपने पर सरकार का बचाव करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में शराब का खेल और शराब माफियाओं को संरक्षण की बात किसी से छिपी नहीं है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे ने कहा कि भाजपा नेता शराब के धंधे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के पहले उस दिन को भी याद करें, जब वर्ष 2017 में रांची में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की जान चली गयी थी। तब शराब माफियाओं को सरकार का संरक्षण प्राप्त था, उस शराब माफिया सिंघानियां की गिरफ्तारी अब हेमंत सोरेन सरकार में हुई है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने भाजपा की तरह रेल, बीएसएनएल, एयरपोर्ट और अन्य सार्वजनिक उपक्रमों का बेचने का काम नहीं किया है, बल्कि शराब की बिक्री पूर्व की भांति निजी हाथों में सौंपी है। वहीं मादक द्रव्यों के प्रयोग पर अंकुश को लेकर राज्य सरकार की ओर से तंकाबू, गुटका और अन्य पान मसालों पर प्रतिबंध लगाने का काम किया है। इस सरकार में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की तरह शराब माफियाओं को संरक्षण नहीं मिलेगी, बल्कि शराब की बिक्री भी नियंत्रित तरीके से होगी।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज से ही सदियों से शराब और मदिरापान को समाज के लिए अहितकार माना जाता रहा है, सामाजिक जागरूकता और आम जनता के प्रयास से ही इस पर अंकुश संभव है, वहीं कोरोना संक्रमणकाल में जब राज्य में राजस्व संग्रहण में काफी कमी आयी , तो इसलिए सरकार की ओर से सोच-समझ कर नियंत्रित तरीके से शराब की बिक्री की व्यवस्था निजी हाथों में सौंपी गयी है।
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