सिटी पोस्ट लाइव: बिहार में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए पंचायत चुनाव को स्थगित कर दिया गया था. वहीं, कोरोना की दूसरी लहर के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन भी लगाया गया था नतीजन अब कोरोना का प्रकोप कम होने लगा है. इसी के साथ अब बिहार में पंचायत चुनाव की कवायद शुरू हो गयी है. इसकी तैयारियां खूब जोरों पर है. वहीं, बिहार में मानसून को देखते हुए और बाढ़ को ध्यान में रखते हुए यह यह तैयारी की जा रही है.
खबर की माने तो, राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग को एक पत्र लिखा है, जिसमें बाढ़ प्रभावित जिलों से लेकर प्रखंड और पंचायतों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी मांगी गई है. चुनाव आयोग द्वारा कोशिश की जा रही है कि बारिश और बाढ़ प्रभावित पंचायतों का कैलेंडर उपलब्ध हो जाए. ताकि पंचायत चुनाव को दिसंबर तक अंत किया जा सके.
बता दें कि, भारी बारिश के कारण सूबे के कई जिलों में लोगों को बाढ़ की मार झेलनी पड़ती है. जिसके बाद कई साड़ी परेशानियां उत्पन्न हो जाती है. बाढ़ की वजह से लोगों को अपने आवास को त्यागना पद जात है. ऐसे में आयोग की योजना है कि विस्थापित लोगों के लौटने के बाद चुनाव प्रक्रिया पूरी की जाए. यह भी बता दें कि, अभी ही नेपाल और गंडक नदी के जल ग्रहण क्षेत्र में पिछले 24 घंटे से हो रही भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. नेपाल के तराई क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद गंडक नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है.
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