बिहार में किसी पार्टी की मदद नहीं करेंगे प्रशांत किशोर, शुरू करेंगे ‘बात बिहार की’
सिटी पोस्ट लाइवः पटना में आज प्रशांत किशोर की प्रेस काॅन्फ्रेंस हुई है। प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लेकर कई बातें कही है। उनको लेकर जो कयास लगते रहे हैं उन तमाम रहस्य से पर्दा उन्होंने उठा दिया है। प्रशांत किशोर ने यह बात क्लियर कर दी है कि वे बिहार में किसी पार्टी का प्रचार या किसी पार्टी की मदद नहीं करेंगे न हीं वे कोई पार्टी बनाने जा रहे हैं। प्रशांत किशोर ने ‘बात बिहार की’ प्रोग्राम शुरू करने का एलान किया है।
उन्होंने कहा है कि 15 साल के तथाकथित विकास के बावजूद बिहार 22वें नंबर पर है। आरजेडी के शासनकाल में क्या हुआ यह बहस का विषय अब नहीं है। बिहार आगे कैसे तरक्की करेगा इस पर काम करना होगा। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश जी से अब तक जो मेरा संबंध रहा है वो विशुद्ध राजनीतिक संबंध नहीं रहा है। पहली बार दिल्ली में मुलाकात हुई थी। नीतीश ने मुझे बेटे की तरह स्नेह से रखा। जब मैं उनके साथ था या उनके लिए काम कर रहा था तब भी उन्होंने मुझे बेटे की तरह हीं रखा। नीतीश ने मुझे लेकर जो फैसला लिया वो फैसला मैं सहृदय स्वीकार करता हूं। कल भी नीतीश का आदर करता रहा हूं और आगे भी करता रहा हूं। विचारधारा को लेकर नीतीश से लोकसभा चुनाव के समय से हीं मतभेद रहे हैं। नीतीश कहते रहे हैं कि गांधी लोहिया के विचार को मैं नहीं छोड़ सकता हूं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि गांधी की बात करते गोडसे का साथ देने वालों के साथ आप कैसे खड़े हो सकते हैं। गांधी और गोडसे दोनों एकसाथ खड़े नहीं हो सकते हैं। बीजेपी के साथ नीतीश 15 साल से हैं। पहले नीतीश जिस तरह बीजेपी के साथ रहे और आज रहे उसमें फर्क हैं। नीतीश कुमार बिहार के 10 करोड़ लोगों के नेता हैं। अमित शाह यह नहीं तय नहीं कर सकते कि नीतीश एनडीए के नेता होंगे।
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