Execlusive :खुल गया है नीतीश कुमार के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का सबसे बड़ा राज
सिटी पोस्ट लाइव : देश के जानेमाने चुनावी रणनीतिकार ,जेडीयू के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर का मानना है कि अभीतक उनकी पार्टी जेडीयू आधा बिहार ही जीत पाई है .उनकी योजना इसबार आगामी विधान सभा चुनाव में पूरा बिहार जीतने का है. पूरा बिहार जीतने के लिए वो युवाओं को पार्टी से जोड़ने की मुहीम चला रहे हैं. प्रशांत किशोर की योजना एक लाख से ज्यादा राजनीतिकरूप से सक्रीय युवाओं को पार्टी से जोड़ना है. उन्हें पार्टी से जोड़ने के बाद उनको पंचायत चुनाव में राजनीति में लंच करेगें. यानी आगामी पंचायत चुनाव दल के आधार पर लड़ने की तैयारी वो कर रहे हैं. प्रशांत किशोर का कहना है कि एक लाख ऐसे नौजवानों को वो राजनीति में लायेगें जिनका राजनीति में कोई गॉड फादर नहीं है.
प्रशांत किशोर का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते हैं कि आगामी विधान सभा चुनाव ज्यादा से ज्यादा युवा लड़ें.उनके इसी मिशन को कामयाब बनाने के लिए वो दिन रात युवाओं को पार्टी से जोड़ने में जुटे हैं. प्रशांत किशोर की मानें तो आगामी विधान सभा चुनाव में 45 साल से कम उम्र के सैकड़ों युवा JDU के टिकेट पर मैदान में उतरेगें.अगर वाकई यह संभव हो पाया तो एक राजनीति के एक नए अध्याय की शुरुवात होगी. वैसे भी नीतीश कुमार एक्सट्रीम के लिए जाने जाते हैं. वो जो ठान लेते हैं, करके ही दम लेते हैं. चाहे दोश्ती -दुश्मनी निभाने का मामला हो या फिर किसी योजना के क्रियान्वयन का मामला, वो पुरे दिल से निभाते हैं. उनका हाँ-ना में नहीं बदलता और ना- कभी हाँ में नहीं बदलता.
लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि प्रशांत किशोर खुद क्या करेगें. उनके JDU ज्वाइन करने के बाद उनके लोक सभा चुनाव लड़ने को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं.लेकिन उन्होंने तमाम अटकलों को खारिज कर दिया. लेकिन अब प्रशांत किशोर ने ये संकेत दे दिया है कि युवाओं को राजनीति में लाने की शुरुवात वो खुद विधान सभा चुनाव लड़कर कर सकते हैं. यानी प्रशांत किशोर उस JDU के विधान मंडल के सदस्य होगें, जिसमे ज्यादा से ज्यादा युवा होगें. यानी एक नयी टीम के साथ एक नयी राजनीति की शुरुवात करेगें. वैसे भी प्रशांत किशोर का दूसरा लक्ष्य बिहार को देश के टॉप 10 विकसित राज्यों की सूची में लाना है.उनका मानना है कि चुनाव राम मंदिर के वगैर विकास के मुद्दे पर जीता जा सकता है. उन्हें नीतीश कुमार के विकास पुरुष के छवि पर आज भी नीतीश कुमार से जयादा भरोसा है.
प्रशांत किशोर का कहना है कि ऐसे लोगों की तादाद बहुत ज्यादा है, जो नीतीश कुमार को पसंद करते हैं. उनके विकास कार्यों से खुश हैं. लेकिन अभीतक वो पार्टी से या फिर नीतीश कुमार से सीधे नहीं जुड़ पाए हैं. उनके समर्थन का राजनीतिक फायदा पार्टी को अभीतक नहीं मिल पाया है. प्रशांत किशोर ऐसे लोगों को राजनीतिकरूप से सक्रीय कर उन्हें पार्टी से जोड़कर उन्हें पार्टी की राजनीतिक ताकत बनाना चाहते हैं.
प्रशांत किशोर खुद कहाँ से चुनाव लड़ेगें, अभीतक उन्होंने साफ़ नहीं किया है. लेकिन सासाराम के कोनार गावं में जन्मे प्रशांत किशोर का जन्म-लालन-पालन और शिक्षा दीक्षा बक्सर से हुई है. उनके पिता बक्सर के जानेमाने डॉक्टर हैं. गरीब लोगों का मुफ्त में ईलाज करने की वजह से उनका जिले में बहुत मान-सम्मान है. इसलिए ये उम्मीद की जा रही है कि प्रशांत किशोर बक्सर से ही ही अपनी राजनीतिक पारी की शुरुवात करेगें.बक्सर के लोगों का कहना है कि यहाँ से नामांकन पर्च दाखिल कर घर बैठे प्रशांत किशोर चुनाव जीत सकते हैं क्योंकि पुरे बक्सर जिले को उनके ऊपर फक्र है.
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