चूहा काटने से बच्चे की मौत पर राजनीति तेज, कीर्ति आजाद ने मंगल पाण्डेय पर साधा निशाना
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के दरभंगा स्थित डीएमसीएच अस्पताल के एनआईसीयू में चूहे के काटने से हुई नवजात की मौत का मामला राजनीतिक टूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित परिवार के आवेदन पर दरभंगा के लहेरियासराय थाने में डॉक्टर की लापरवाही के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.लेकिन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ये मानने को तैयार नहीं हैं कि बच्चे की मौत चूहे के कटाने से हुई है. उनका कहना है कि चूहा काटने की बात गलत है. इंजेक्शन की दाग को चूहा काटना बताया जा रहा है.
दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जांच को प्रभावित करना चाहते हैं.बीजेपी सांसद ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री अपनी कमियां छिपाना चाह रहे हैं. जबकि पूरा जग जानता है कि नवजात बच्चे की मौत चूहे के काटने से हुई है और वहां के डॉक्टर भी मानते हैं कि एनआईसीयू में चूहे हैं.
दूसरी तरफ, अस्पताल प्रशासन ने नवजात की मौत के कारण की जांच के लिए तीन-तीन लोगों की अलग-अलग दो टीम बना दी है. एक तीन सदस्यीय टीम नवजात के पोस्टमार्टम पर नजर रखेगी तो दूसरी तीन सदस्यीय टीम बच्चे के एनआईसीयू में आने और इलाज के साथ बच्चे की मौत तक के पल-पल की रिपोर्ट की जांच करेगी. गौरतलब है कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सफाई देते हुए मृतक के परिवार वालों के आरोपों को गलत बताया और कहा कि बच्चे की मौत चूहे के काटने से नहीं हुई बल्कि उसकी हालत पहले से गंभीर थी. मंत्री ने कहा कि बच्चे के शरीर पर पड़ा दाग इंजेक्शन का था न कि चूहे के काटने का है.
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