सिटी पोस्ट लाइव : कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट से भले पप्पू यादव की पत्नी,पूर्व सांसद रंजीता रंजन को बाहर कर दिया है लेकिन उन्हें इस चुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दे दी है. पूर्व सांसद रंजीत रंजन को कुशेश्वरस्थान स्थान विधानसभा सीट के लिए और राहुल गांधी की कोर टीम के सदस्य चंदन यादव को तारापुर विधानसभा सीट का पर्यवेक्षक बनाया गया है. रंजीत कुशेश्वरस्थान में कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक के लिए वोट मांगेंगी तो उनके पति पूर्व सांसद पप्पू यादव अपनी पार्टी ‘जाप’ के योगी चौपाल के लिए प्रचार करेंगे. इससे साफ हो गया है कि पति और पत्नी के बीच सीधी टक्कर होगी.
बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव को लेकर बिहार में महागठबंधन टूट चूका है.कांग्रेस ने RJD के उम्मीदवार के खिलाफ दोनों सीटों से अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया है.गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी पहले सिर्फ कुशेश्वरस्थान स्थान से चुनाव लड़ने की तैयारी में थी. इस सीट से 2020 में भी कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार उतारा था. पर उसे जदयू के हाथों पराजित होना पड़ा. कांग्रेस का इस सीट पर इस लिहाज से पहला दावा बन रहा था. लेकिन, उसकी सहयोगी राजद ने उसकी सहमति लिए बगैर तारापुर के साथ कुशेश्वरस्थान से भी प्रत्याशी उतार दिया. ऐसे हालात में कांग्रेस ने भी राजद से वर्षों पुरानी अपनी दोस्ती को दांव पर लगाते हुए दोनों सीट से उम्मीदवार खड़े कर दिए.
गौरतलब है कि दोनों सीटों के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में यादव जाति से आने वाले किसी भी नेता का नाम नहीं होने को लेकर विरोध हुआ था. इसे लेकर पार्टी के फैसले पर पार्टी के अंदर सी आवाज उठ रही थी. फिर क्या था कांग्रेस आलाकमान ने यादव जाति से आने वाले दो वरिष्ठ नेताओं को उपचुनाव का प्रभारी नियुक्त कर दिया. चंदन यादव तारापुर जबकि रंजीत रंजन कुशेश्वरस्थान की पर्यवेक्षक बनाई गई हैं. जिसके बाद कहा जा रहा है पार्टी ने समय रहते अपनी गलती स्वीकार कर साबित किया है कि उपचुनाव की दोनों सीटों को लेकर पार्टी काफी गम्भीर है.
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