जनाधिकार पार्टी की मांग-‘पप्पू यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा प्रोजेक्ट करे महागठबंधन’
सिटी पोस्ट लाइवः जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश कुमार तिवारी (आरके तिवारी) ने प्रेस ब्यान जारी कर कहा कि लोकसभा चुनाव में इतनी बड़ी हार का कारन तेजस्वी की अनुभवविहीन नीति रही। श्री तिवारी ने कहा कि तेजस्वी के अहंकार और अनुभव की कमी के कारन एनडीए की बिहार इतनी बड़ी जीत हुई। महागठबंधन में जन अधिकार पार्टी को शामिल नहीं करना हार एक बहुत बड़ा कारण है अगर जाप महागठबंधन में रहती तो कोशी-सीमांचल लगभग सीटो पर महागठबंधन की जीत होती है लेकिन तेजस्वी यादव अहंकार के कारन जाप को महागठबंधन में नही शामिल होना मधेपुरा से राजद उम्मीदवार देना ,कन्हैया कुमार के खिलाफ़ उम्मीदवार देना,दरभंगा से कृति झा आज़ाद को वहाँ से टिकट न दे राजद खाते में वह सीट जाने से सीट का नुकसान होना ,जहानाबाद में तेजप्रताप के बगावती तेवर के कारन सुरेंद्र यादव का हार होना, कांग्रेस को 11 सीट से नौ सीट पर लाने को मजबूर करना और खुद 19 सीट पर लड़ एक भी सीट नहीं लाना शकील अहमद को टिकट नही देना ,अली अशरफ फातमी को टिकट नहीं देना इन सबके जिम्मेदार तेजस्वी यादव हैं.
इस हार से उनको सबक लेनी चाहिए। श्री तिवारी ने कहा कि अगर 2020 विधानसभा चुनाव में एनडीए के सफाया करना है तो तेजस्वी को अहंकार त्याग और राजद से परिवारवाद नेतृत्व को समाप्त कर महागठबंधन के सभी सहयोगियों को मुख्यमंत्री का चेहरा लालू परिवार से अलग व्यक्ति पूर्व सांसद जाप प्रमुख पप्पू यादव या जीतन राम मांझी रघुवंश प्रसाद सिंह को बनाना चाएह और तेजस्वी को इतनी बड़ी हार का ठीकरा अपने सर पे ले बिहार की जनता से माफी मांगें। उन्होंने कहा कि राजद के वरिष्ठ नेताओं को नेतृत्व करने का अवसर देना चाहिए साथ ही साथ पार्टी विरोधी कार्य करने पर तेज प्रताप को भी पार्टी से निष्कासित करना चाहिए।
इससे साफ स्पष्ट होता है कि यही गलती पार्टी का कोई कार्यकर्ता करता तो उसे पार्टी से बाहर का दरवाजा दिखा दिया जाता लेकिन यहीं गलती जब लालू परिवार का कोई व्यक्ति करता है तो उसपर कोई कार्यवाही नहीं होती जो बिहार किं जनता भली भांति समझ गयी है और उसका सबक जनता ने इस लोकसभा चुनाव में दिया है महागठबंधन तय करें मुख्यमंत्री का चेहरा पप्पू यादव ,जीतन राम मांझी ,या रघुवंश सिंह को बनाये नहीं तो बिहार आगामी चुनावँ में ऐसी ही स्तिथि बनी रहेगी।
Comments are closed.