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पप्‍पू यादव ने अपने ऊपर हमले की बात झूंठलानेवाली SSP पर साधा निशाना

पप्‍पू यादव की प्रतिक्रिया : SSP साहिबा, हमले का हाल मुझसे नहीं CRPF के जवानों से पूछो, सच जानो

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मुजफ्फरपुर के खबड़ा में 6 सितंबर को सांसद पप्पू यादव पर किसी हमले से वहां एसएसपी के इंकार करने पर पप्पू यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एसएसपी हरजोत कौर के बयान के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए इस बात की वो  लोक सभा अध्‍यक्ष से  भी शिकायत करेंगे . पप्‍पू यादव का आरोप रहा है कि उन पर मधुबनी जाने के रास्‍ते में खबड़ा में बंद समर्थकों ने जानलेवा हमला किया गया. एसएसपी द्वारा हमला होने की बात से इंकार करने के बाद  पप्‍पू यादव ने कहा कि  मैडम – बंद समर्थकों का वीडियो दिखा सच को झूठला रहीं हैं. कोई बंद समर्थक हमले का वीडियो क्‍यों बनाएगा और देगा. उन्‍होंने कहा – मुझसे कहा जा रहा है कि अटैक का कोई वीडियो है, तो दीजिए . गजब की बात की जा रही है . हम सभी हमलावरों से उलझे थे . किसी तरीके से बचकर निकलना था . जान बचाते कि वीडियो बनाते, एसएसपी साहिबा को जरुर बताना चाहिए . वीडियो बनाते तो और भी मारे जाते .पप्‍पू यादव ने कहा कि  पीछे से उनके ऊपर हमला किया.  चोट लगी है, डॉक्‍टर ने इलाज किया है. चलिए, मेरा छोड़. दीजिए. मेरे साथ रहे सीआरपीएफ के जवानों का बयान रिकार्ड कर लीजिए. उन्होंने कहा कि सच छुपेगा नहीं. आपको मालूम हो जाएगा कि स्थिति क्‍या थी . और फिर जब हम सभी घिर गए थे, तो सीआरपीएफ ने अपने पटना मुख्‍यालय को तुरंत क्‍या सूचना दी थी. दूसरे जवानों को भी चोट लगी है, जिनका इलाज किया गया है . साथ रहे कार्यकर्ता और नेता भी चोट खाए हैं .

मधेपुरा सांसद बोले – जब कुछ हुआ ही नहीं था, तो फिर मुजफ्फरपुर पुलिस हमले के आरोप में पहचान कर लोगों की गिरफ्तारी क्‍यों कर रही है. पप्‍पू यादव ने कहा कि कल के हमले को वे कभी भूल नहीं सकते हैं . 51 साल की जिंदगी हो गई, पर ऐसी सूरत कभी नहीं देखी थी . मां-बहन की जितनी गालियां मिलीं, कह नहीं सकता . दिक्‍कत है कि जिंदगी और राजनीति की शैली अब बदल नहीं सकता, बदल दें तो सभी की फट जाएगी .

पप्पू यादव पर नहीं हुआ था हमला,  

पप्‍पू यादव ने कहा कि  दरअसल एसएसपी अपने दोष को छुपा रहीं है. मेरे कार्यक्रम की जानकारी उन्‍हें पहले से थी. तब फिर रास्‍ते में क्‍यों एस्‍कॉर्ट नहीं दिया गया. बंद समर्थकों का उत्‍पात इतना था तो आगे नहीं जाने की एडवाइजरी क्‍यों नहीं दी गई. बिहार में मुझ पर और श्‍याम रजक पर ही हमला क्‍यों हुआ. एसएसपी को बताना चाहिए कि जान रक्षा के लिए मैंने कितनी बार फोन किया, लेकिन पहले कॉल रिसीव नहीं किया गया.सब कुछ रिकार्ड में है .

सांसद का आरोप है कि मीडिया के कई साथी भी बंद समर्थकों के उपद्रव के शिकार हुए हैं. एसएसपी जिस कॉल के आधार पर मुझसे बात होने का दावा कर रहीं हैं, वह कॉल भी उन्‍होंने नहीं मैंने ही किया था, जो अंत में रिसीव हुआ था. पप्‍पू कह रहे हैं कि वो पागल नहीं जो बिना हमला हुए मुख्‍यमंत्री  को फोन कर देगें ..

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