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जन्माष्टमी पर ‘कृष्ण’ ने ‘अर्जुन’ को दिया गीता का ज्ञान, बोले- पापियों के संहार के लिए हुआ अवतार

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सिटी पोस्ट लाइव : आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और छोटे बेटे तेजस्वी यादव के बीच प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह प्रकरण को लेकर तनातनी चल रही है। इशारों-इशारो में ही सही दोनों भाई एक दूसरे को नसीहत देने का कोई मौका चूक नहीं रहे हैं। इस बीच आज जन्माष्टमी के मौके पर तेजप्रताप यादव का एक नया रुप ही देखने को मिला जब वे ‘कृष्ण’ रुप में सोशल मीडिया पर अवतरित होकर ‘अर्जुन’ को ज्ञान देते दिखे। अब ये तो जगजाहिर है कि तेजप्रताप यादव खुद को कृष्ण और अपने छोटे भाई और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपना अर्जुन बताते रहे हैं।

कृष्ण भक्त तेजप्रताप यादव जब आज लाइव हुए तो राधे-राधे के साथ उन्होंने अपनी बात की शुरुआत की और सबसे पहले महाभारत में कृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया था उसकी चर्चा की। तेजप्रताप यादव ने कहा कि —

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम् ।।
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।।’

इस दौरान तेजप्रताप यादव ने जहां भगवान श्रीकृष्ण की कहानी सुनाई और कहा कि पापियों के संहार के लिए कृष्ण ने अवतार लिया। उन्होंने कहा कि कृष्ण भगवान ने एनवायरनमेंट को उजागर करने का काम किया। एनवायरनमेंट के पांच तत्वों से हमारा शरीर बना है।कृष्ण ने कर्म को प्रधान बताया। इसलिए अपना कर्म कभी नहीं छोड़ना चाहिए। कृष्ण ने मानव को जीनव शैली बताई। प्रेमभाव का संदेश राधा कृष्ण ने दिया। भगवान में ही जन्म लेना है और उसी में विलीन हो जाना है। जो लोग भजन नहीं करते हैं वे भजन करिए।

लाइव आकर तेजप्रताप यादव ने कई तरह की चर्चा की अपने पिता लालू यादव की चर्चा करना वे नहीं भूले उन्होंने कहा कि पिता जी जब रेल मंत्री थे तब उन्होनें दिल्ली से बरसाना तक रेल लाईन बनवाया। साथ ही उन्होंने अपने उस आंदोलन की भी चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि किस तरह राजस्थान की बीजेपी सरकार जो वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बनी थी वो कृष्ण लीला स्थलियों को डायनामाइट से उड़ा कर नष्ट कर रही थे लेकिन तेजप्रताप ने साधु-संतों के साथ मिलकर इसके खिलाफ आंदोलन किया।

वैसे तो तेजप्रताप यादव अपने अनोखे रुप और अटपटे कदमों के लिए जाने जाते हैं। लेकिन आरजेडी के अंदर जगदानंद सिंह प्रकरण को लेकर मचे घमासान और कही न कही तेजस्वी यादव से तल्खी के बीच जन्माष्टमी के मौके पर लाइव आकर इस तरह गीता का ज्ञान देना बहुत कुछ कहता है। शायद वे ये ज्ञान अपने भाई को दे रहे हों। ये तो तेजप्रताप यादव ही जानें उनकी माया ….

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