अब खेल बदल गया है एनडीए में, बिना ‘पासवान’ के नहीं होगा सीटों का एलान, नीतीश भी करेंगे इंतजार
सिटी पोस्ट लाइवः क्रिकेट और राजनीति का ऐसे तो कोई ज्यादा मेल नहीं है सिवाय इसके कि कुछ क्रिकेटरों ने भी राजनीति में कदम रखा है लेकिन एक युक्ति है जो क्रिकेट और राजनीति को एक दूसरे से जुड़ती है और दोनों में समानता को साबित करती है। क्रिकेट को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है। राजनीति में भी यह युक्ति प्रासंगिक है क्योंकि क्रिकेट की तरह यहां भी यह अंदाजा लगाना मुश्किल कि कब क्या होगा? राजनीति के घटनाक्रम जब बदलते हैं तो हमें कई बार चैंकना पड़ता है। बिहार की राजनीति ने एक बार फिर हमें चैंकाया है। कभी रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा को बेआबरू होकर निकलने को मजबूर करने वाले निमर्म राजनीतिक हालात एकाएक उसी परिस्थिति से जूझ रहे रामविलास पासवान के अनुकुल हो जाते हैं।
उपेन्द्र कुशवाहा के अल्टीमेटम को नजरअंदाज करने वाली बीजेपी के खिलाफ जब लोजपा का दर्द जुबान पर आता है तो एकाएक रामविलास पासवान बीजेपी के लिए सबकुछ हो जाते हैं। कुशवाहा को बेआबरू करने वाली बीजेपी लोजपा को हर हाल में मना लेती है। सहयोगियों को लिए सीटों की उलझन को सरदर्द बना देने वाली बीजेपी लोजपा की हर मांग मान लेती है जाहिर है यह राजनीति की एक और अनिश्चितता का उदाहरण भी है और सियासत के मौसम को अपने अनुकूल बना लेने की रामविलास पासवान की कलाकारी भी है। सिटी पोस्ट लाइव पहले भी बता चुका है कि राम विलास पासवान की हर मांग बीजेपी ने मांग ली है। और नहीं माने जाने वाली मांगों का बीजेपी ने वाजिब मुआवजा दिया है। मसलन लोक जनशक्ति पार्टी ने बीजेपी से 7 सीटें मांगी थी। सात सीटें देना संभव नहीं हुआ तो बिहार में लोजपा को 5 सीटें यूपी में लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लिए 1 लोकसभा की सीट और रामविलास पासवान को एक राज्यसभा की सीट दे दी।
फिर दुहरा दें कि बीजेपी और लोजपा के बीच जो डील हुई है उसका औपचारिक एलान नहीं हुआ है बल्कि सिटी पोस्ट लाइव के पास जो एक्सक्लूसिव जानकारी है उसके हवाले से हम आपको बता रहे हैं कि डील यही हुई है। आज ढाई बजे बीजेपी, जेडीयू और लोजपा की दिल्ली में संयुक्त प्रेस काॅन्फ्रेंस होनी थी जिसमें सीटों को लेकर औपचारिक एलान होना था। सीटों शेयरिंग पर फाइनल डील के लिए बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार भी दिल्ली में हैं। लेकिन उन्हें अब इंतजार करना होगा क्योंकि रामविलास पासवान अपने किसी रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए मुंबई रवाना हो गये हैं और बीजेपी रामविलास पासवान के बिना सीटों को लेकर कोई घोषणा नहीं करना चाहती। जाहिर है अंदाजा लगाया जा सकता है कि एकाएक पासवान बीजेपी के लिए कितने अहम हो गये हैं। इतने अहम कि नीतीश कुमार के लिए उपेन्द्र कुशवाहा को कुर्बान करने वाली बीजेपी अब रामविलास पासवान के लिए नीतीश कुमार को इंतजार करवा रही है। सूत्रों की मानें तो रामविलास पासवान के लिए बीजेपी ने एक और खास इंतजाम किया है। उनके लिए कल दिल्ली से चाटर्ड प्लेन मुंबई जाएगी जिसमें उड़कर तकरीबन 11 बजे रामविलास पासवान दिल्ली लैंड करेंगे और फिर एनडीए में सीटों का एलान होगा।
रामविलास पासवान के बारे में अक्सर यह कहा जाता है कि वे सत्ता के आस-पास रहना पसंद करते हैं और सियासी हवाओं का रूख जिधर होता है उधर हो लेते हैं लेकिन इसबार ऐसा लगता है कि यह उनके बारे में कही जाने वाली यह बात थोड़ी गलत है क्योंकि मौजूदा राजनीतिक हालात से तो यह लग रहा है कि रामविलास पासवान जिधर का रूख करते हैं सियासी हवाओं का रूख भी उधर की ओर हो जाता है जाहिर है बीजेपी रामविलास पासवान के इस कला की कद्रदान है इसलिए अब एनडीए में बेहद अहम रामविलास पासवान हैं।
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