बिहार में बन सकता है नया सियासी समीकरण, कांग्रेस विधायक के साथ नीतीश की गुप्त बैठक
सिटी पोस्ट लाइव : राजनीति संभावनाओं का खेल है. राजनीति में कभी भी कुछ भी हो सकता है. आजकल कुछ ऐसी ही अनंत संभावनाएं बिहार की राजनीति में देखने को मिल रही हैं. बुधवार को RJD और कांग्रेस के विधायक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुँच गए. सूत्रों के अनुसार RJD और कांग्रेस के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बंद कमरे में घंटों गुपचुप मीटिंग हुई तो राजनीतिक गलियारे में खलबली मच गई. खबर आई कि ढ़ाका से RJD विधायक फैसल रहमान और कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा सीएम हाउस में घंटों से जमे थे. बंद कमरे में CM से गुफ्तगू हुई. बाहर निकले तो मीडिया वालों ने पीछा किया.अगर सामान्य बात होती तो विधायक जी आराम से मीडिया से बत करते. लेकिन वो तो कैमरा देखते ही बेचैन हो उठे. भागने लगे तमाम कोशिश के वावजूद मीडिया के हाथ नहीं आये.
कुछ देर बाद कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा भी मुख्यमंत्री आवास से बाहर निकले. मीडिया ने उनका रास्ता रोका तो अजीत शर्मा रूक गये.उन्हें डर क्यों लगेगा. वो तो एक दिन पहले ही सीटों के बटवारे को लेकर RJD को धमकी दे चुके हैं. वो कह चुके हैं कि कांग्रेस पार्टी को 20 सीटें मिलनी चाहिए. अब राजनीतिक गलियारे में ये चर्चा जोर पकड़ रही है कि क्या मनमाफिक सीटें नहीं मिलने पर कांग्रेस महागठबंधन से इतर कोई नया राजनीतिक समीकरण की तलाश में जुटी है.हालांकि विधायक अजीत शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि क्षेत्र का बहुत सारा काम पेंडिंग पड़ा है. मुख्यमंत्री से कहने गये थे उन्हें पूरा करवायें. विधायक जी ने कहा-मुख्यमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता, पूरे प्रदेश का होता है. उनसे मुलाकात का कोई सियासी मायने नहीं निकाला जाना चाहिये.
लेकिन खास बात ये है कि इस चुनावी माहौल में नीतीश कुमार के पास इतना समय कहाँ है कि वो कांग्रेस और RJD विधायकों से मिलने के लिए घंटो का समय निकलेगें. उनकी पार्टी के मंत्री विधायक तो नीतीश कुमार से मिलने के लिए तरसते हैं. फिर RJD और कांग्रेस के विधायकों के लिए वो इतना सुलभ कैसे हो गए हैं. राजनीतिक गलियारे में चर्चा कि कांग्रेस ने महागठबंधन में ज्यादा से ज्यादा सीटें लेने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है. केन्द्रीय नेत्रित्व ने दबाव बनाने की जिम्मेवारी प्रदेश के नेताओं को दे दी है .इसी सिलसिले में कांग्रेस के विधायक दल के नेता सदानंद सिंह के साथ बैठक के बाद कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा और सिद्धार्थ शर्मा ने 20 सीटों की मांग कर दी. सूत्रों के अनुसार बिहार प्रदेश कांग्रेस के चुनाव प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भी लालू यादव से 19 सीटों की मांग कर दी है. सूत्रों के अनुसार RJD कांग्रेस को 7 से ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं है और कांग्रेस 12 से कम सीटें लेने को तैयार नहीं है. कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह का भी कहना है कि पिछले विधान सभा और लोक सभा चुनाव के नतीजों के आधार पर भी कांग्रेस की दावेदारी सबसे ज्यादा बनती है.
ऐसे में कांग्रेस विधायक की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गुप्त बैठक के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. सवाल ये उठ रहा है कि क्या कांग्रेस सम्मानजनक समझौता नहीं होने पर नीतीश कुमार के साथ मिलकर कोई नया राजनीतिक समीकरण बनाने में जुटी है. सूत्रों की मानें तो अगर नीतीश कुमार की सहमति मिल गई तो कांग्रेस एक तीसरा मोर्चा बनाने की कवायद कर सकती है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नीतीश कुमार की सहमति मिल जाने पर शरद यादव, उपेन्द्र कुशवाहा और पप्पू यादव के साथ साथ बाम दलों को साथ लेकर एक तीसरा मोर्चा बनाने की कोशिश कर सकती है.आज कांग्रेस विधायक के साथ नीतीश कुमार की गुपचुप मीटिंग के बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश किसी नये सिय़ासी समीकरण बनाने में जुटे हैं.
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