“चुनाव विश्लेषण” मोदी मैजिक और लहर को परास्त कर रहा है बांका में निर्दलीय लहर
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के बांका में दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है। यह सीट कई मायने में एनडीए के लिए प्रतिष्ठा की सीट का शक्ल अख्तियार कर चुकी है। लेकिन इस सीट पर निर्दलीय प्रत्यासी पुतुल कुमारी के पक्ष में सुनामी आ चुकी है। जाहिर तौर पर यह संसदीय क्षेत्र भी अब पूरी तरह से हॉट सीट में तब्दील हो चुका है। यहाँ से महागठबन्धन से राजद के जयप्रकाश नारायण यादव और एनडीए के बीजेपी से गिरधारी यादव उम्मीदवार है। 2014 में बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री रह चुके दिवंगत दिग्विजय सिंह की पत्नी पुतुल कुमारी को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन वह चुनाव हार गई थीं। इस बार बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया और उनकी जगह गिरधारी यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बीजेपी के इस फैसले से नाराज पुतुल कुमारी के समर्थकों ने पुतुल कुमारी के साथ मिलकर गहन विचार-विमर्श किया और पुतुल कुमारी को निर्दलीय नामांकन करने के लिए विवश कर दिया। पुतुल कुमारी इस चुनावी महासंग्राम में शुरुआती समय में पूरी तरह से हासिये पर एक डम्मी उम्मीदवार प्रतीत हो रही थीं। लेकिन उनकी कर्मठता, समर्पण और उनकी दोनों बेटियों के महा प्रचार ने उनकी दावेदारी को बेहद चट्टानी बना दिया है। जाहिर तौर पर अब हवा का रुख बदल चुका है। पुतुल कुमारी का कहना है कि वह जीतने के बाद नरेंद्र मोदी को ही मजबूत करेंगी। राजा परिवार से आने वाली निर्दलीय प्रत्यासी पुतुल कुमारी के लिए कोई स्टार प्रचारक चुनावी समर में उनके लिए प्रचार नहीं कर रहे हैं।
लेकिन विश्व में हिंदुस्तान का सर ऊंचा करने वाली उनकी बेटी श्रेयसी सिंह,जिसने निशानेबाजी में मेडल हासिल कर हिंदुस्तान और विश्व में अपनी पहचान बनाई है, स्टार प्रचारक की भूमिका निभा रही हैं ।देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह की पहली चुनावी सभा 10 अप्रैल को बांका में ही हुई थी। बीजेपी उम्मीदवार गिरधारी यादव के लिए राजनाथ सिंह,जनता से वोट मांग रहे थे। राजनाथ सिंह का कहना था कि राष्ट्र हित के लिए एनडीए ही एकमात्र विकल्प है। सेना के शौर्य और मान को काबिज रखने के साथ-साथ देश को सुरक्षित रखने के लिए नरेंद्र मोदी को फिर से देश का प्रधानमंत्री बनना जरूरी है।
अब हिंदुस्तान गोली का जबाब बोली से नहीं, बल्कि गोली से देता है, वह भी घर में घुसकर ।राजनाथ के इस चुनावी भाषण से ईतर पुतुल कुमारी की बेटी श्रेयसी सिंह मीठी भाषा, सहजता, अपनेपन और सरल व्यवहार से हर वर्ग के लोगों के बीच ना केवल जा रही हैं बल्कि नया बांका बनाने का संकल्प लोगों से साझा भी कर रही हैं। बेहद अहम बात यह है कि श्रेयसी सिंह बिना किसी सूचना के किसी भी गाँव पहुँच जाती हैं। इस दौरान वह जिस गली से गुजरती हैं, सभी जाति और धर्म के लोगों का कारवां उनके साथ चलने लगता है। आलम यह है कि युवाओं का उत्साह तो देखते ही बनता है।
गैस सिलिंडर छाप का प्रचार हर उम्र की महिलाएं और पुरुष बिना श्रेयसी के भी घूम-घूमकर कर रहे हैं। पूरे बिहार में यह पहली तस्वीर बांका से दिख रही है, जहां एक महिला निर्दलीय प्रत्यासी को जिताने के लिए पूरे संसदीय क्षेत्र के अधिकांश लोग खुद प्रचारक बने हुए हैं। इस चुनावी अभियान में श्रेयसी सिंह के साथ उनकी बड़ी बहन मानसी सिंह भी कदमताल कर रही हैं। इस बीच पुतुल कुमारी को पान चपोता महासंघ ने भी अपना समर्थन दिया है और इस महासंघ के सदस्य भी दिन-रात एक कर के पुतुल कुमारी को जिताने के लिए पुरजोर प्रचार कर रहे हैं। यही नहीं, कई सामाजिक संगठन और छोटी-छोटी राजनीतिक पार्टियां भी अपना पूरा समर्थन पुतुल कुमारी को दे दिया है।
बेहद खास बात है कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से सम्मानित श्रेयसी सिंह खुद इस चुनाव अभियान का नेतृत्व कर रही हैं। श्रेयसी सिंह 24 घण्टे में 18 से 20 घण्टे किसी ना किसी रूप में चुनाव प्रचार में बिता रही हैं। उनका एक ही से सपना है कि बिहार में बांका एक नम्बर पर हो। श्रेयसी सिंह के इस अदम्य साहस और समर्पण को देखकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और उसके सह संगठन भाईचारा कमिटी के राष्ट्रीय पदाधिकारी दादा ठाकुर ने अपने संगठन का पूरा समर्थन पुतुल कुमारी को दिया है। इस संगठन के साथी अपने तरीके से पुतुल कुमारी का प्रचार भी कर रहे हैं।
भीतरखाने से मिली जानकारी के मुताबिक जेल में बन्द बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन और जाप के संरक्षक पप्पू यादव का समर्थन भी पुतुल कुमारी को मिल रहा है। श्रेयसी सिंह की दिन-रात की कड़ी मेहनत और ईमानदारी से लवरेज उनका अभियान, यह बता रही है कि बांका की जनता पुतुल कुमारी के पक्ष में अपना फैसला सुना सकती है। अगर पुतुल कुमारी इस संसदीय सीट से जीत हासिल करती हैं,तो यह असली राजनीति की नई परिपाटी का अजीम आगाज होगा।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रुप के सीनियर एडिटर मुकेश कुमार सिंह का “चुनावी विश्लेषण”
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