सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड कांग्रेस ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 संक्रमण से राज्य में जितने लोगों की मौत हो रही है,उससे कहीं ज्यादा मौत बिजली विभाग की लापरवाही से आमजनों और बिजली विभाग के कर्मियों की मौत हो रही है। इस तरह की दुःखद घटनाओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने और पुनरावृति पर अंकुश की मांग को लेकर पार्टी की ओर से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने शनिवार को कहा कि चरणबद्ध आंदोलन के पहले चरण में बिजली विभाग और केईआई कंपनी के कुकृत्यों को उजागर के लिए फेसबुक, ट्वीटर और सोशल मीडिया लाइव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके तहत सबसे पहले बिजली बोर्ड मुख्यालय समेत अन्य कार्यालयों के बाहर सोशल मीडिया लाइव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में बिजली विभाग के जिम्मेवार लापरवाह अधिकारियों के घर के बाहर कार्यक्रम आयोजित कर उनके घर के आसपास रहने वाले लोगों को भी सच्चाई से अवगत कराया जाएगा।
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इस क्रम में बिजली विभाग और केईएल अधिकारियों द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गयी चल अचल संपत्ति का भी ब्यौरा एकत्रित कर उसे सार्वजनिक किया जाएगा। प्रवक्ताओं ने कहा कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण कई लोगों की जान जा चुकी है और जगह-जगह जर्जर तार, गड्ढे तथा झुके हुए पोल दुर्घटना को आमंत्रित कर रहे है। इसके खिलाफ विभिन्न थानों में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी है। इस मामले में अदालत के माध्यम से भी लंबी लड़ाई लड़ने की तैयारी की जा रही है, किसी भी हाल में ऐसे दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों को छोड़ा नहीं जाएगा और उन्हें कानून के माध्यम से सजा दिलाने की कोशिश होगी। प्रवक्ताओं ने कहा कि यदि पिछले-दो तीन दिनों में ही बिजली विभाग की लापरवाही को ही देखा जाए, तो राज्य के विभिन्न हिस्सों में आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अब समय आ गया है कि लोग बिजली विभाग के अधिकारियों के इस रवैये के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष के लिए तैयार हो जाए। 24 जुलाई को चतरा जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के पुरानी हेसाब निवासी जीबलाल यादव की मौत बिजली के करंट में आने से हो गयी, वे जिवलाल आवासीय विद्यालय सिमरिया में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। इसी तरह से 24 जुलाई को ही खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र के चलडान्डू गांव में खेत में काम करने गये सुरेश कुमार नामक एक ग्रामीण की मौत हो गयी।
इससे पहले 22 जुलाई को गढ़वा जिले जोबरईया गांव में बिजली करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गयी। 21 जुलाई को एक और घटना में खूँटी में एक व्यक्ति की मौत करेंट लगने से हो गई। वहीं राजधानी राँची में 16 जून को एअरपोर्ट थाना क्षेत्र के टोनकी टोली में करेंट लगने से माँ और बेटी की मौत हो गई। लापुंग के रहने वाले 55 वर्षीय बांद्रा लोहरा नंगा तार की चपेट में आकर मौत हो गई और पिता को बचाने गये 22 वर्षीय पुत्र पाल लोहरा की भी मौत हो गई। वहीं 17 जुलाई को गोविंदपुर प्रखंड के जयनगर गांव के अमन महतो को बिजली के करंट लगने से मृत्यु हो गई । सोमवार को पाकी थाना क्षेत्र के औराई पंचायत के बनिया गांव में एक युवक की करंट लगने से मौत हो गई जबकि सतबरवा थाना क्षेत्र के लहलहे पंचायत के भोगू गांव के युवक की मौत 11000 वोल्ट के करंट प्रवाहित तार के चपेट में आने से हो गई। सोमवार को दीपक पासवान की मौत भी बिजली के करंट से हो गई । राज्य के अन्य हिस्सों में भी बिजली करंट लगने से लगातार जानमाल के नुकसान की घटनाएं होती है, लेकिन मीडिया में ये खबरें सुर्खियों में नहीं रह पाती है। पार्टी ऐसे सभी पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का काम करेगी।
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