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 मोदी के ‘सवर्ण आरक्षण के मास्टर स्ट्रोक का केवल एक कांग्रेसी नेता ने किया स्वागत

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 मोदी के ‘सवर्ण आरक्षण के मास्टर स्ट्रोक का केवल एक कांग्रेसी नेता ने किया स्वागत

सिटी पोस्ट लाइव : सवर्णों को आर्थिक आधार पर दस फीसदी आरक्षण देने के मोदी सरकार के फैसले को लेकर सियासी घमाशान तेज हो गया है.मोदी के इस चुनावी मास्टर स्ट्रोक से राजनीतिक खलबली मच गई है. कांग्रेस इसे एक जुमला बता रही है. वहीँ कांग्रेस के बड़े नेता राज्य सभा सांसद अखिलेश सिंह ने पार्टी लाइन से हटते हुए आरक्षण पर बड़ा बयान दे दिया है. हालांकि राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश सिंह का कहना है कि हम तो शुरू से ही सवर्ण आरक्षण के पक्षधर रहे हैं. इसके लिए हम कई सालों से आंदोलन भी चला रहे थे. उन्होंने कहा कि बीजेपी सदन में बिल लाए, कांग्रेस इसका समर्थन करेगी.

वैसे तो मोदी सरकार का यह फैसला ऐसा है जिसका न तो कांग्रेस समर्थन कर पा रही है और ना ही खुलकर विरोध कर पा रही है. चुनाव में सवर्णों के नाराजगी के डर से  कोई भी पार्टी खुलकर इसका विरोध नहीं कर पा रही है. खासकर राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियों का बुरा हाल है. कैबिनेट के इस प्रस्ताव पर कांग्रेस की तरफ से पहली प्रतिक्रिया वरिष्ठ नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील अभिषेक मनु सिंघवी की आई थी. सिंघवी ने कहा कि सरकार ने गरीब सवर्णों को आरक्षण देने का फैसला किया है. आपने इसके लिए 4 साल 8 महीने का इंतजा क्यों किया ? तो यह निश्चित रूप से एक चुनावी छलावा है वो भी ऐसे समय में जब आचार संहिता लगने में केवल 3 महीने बचे हैं.

उधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘चुनाव के पहले भाजपा सरकार संसद में संविधान संशोधन करे. हम सरकार का साथ देंगे. नहीं तो साफ़ हो जाएगा कि ये मात्र भाजपा का चुनाव के पहले का स्टंट है.’ एनसीपी ने सशर्त समर्थन देने का ऐलान किया है, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, ‘हम बिल का समर्थन करेंगे लेकिन शर्त ये है कि सरकार में संशोधन लाए.’ जिनको पहले से आरक्षण मिला हुआ है उनका हित प्रभावित नहीं होना चाहिए. रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि ओबसी समाज आज भी पिछड़ा हुआ है.सवर्णों को आरक्षण देने का एलान  पूरी तरह से एक जुमलेबाजी है. आज भी ओबीसी वर्ग की संख्या सरकारी नौकरियों में केवल 7 फीसदी है.उन्होंने कहा कि सरकार को हारने का डर सता रहा है. अपनी डूबती नैया को बचाने के लिए मोदी आरक्षण का खेल खेल रहे हैं.

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