सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधान सभा का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू होने जा रहा है. जो 3 दिसंबर तक चलेगा. इसे लेकर बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने मंगलवार को बिहार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में उन्होंने बेहद कड़े अंदाज में कई महत्वपूर्ण निर्देश अधिकारियों को दिए. विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों के साथ दुर्व्यवहार से जुड़े मामलों में हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है.
बैठक में उन्होंने मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण को कहा कि वे लिखित तौर पर बताएं कि विधायकों के साथ अधिकारियों के दुर्व्यवहार के मामलों में क्या कार्रवाई हुई? उन्होंने कहा कि अगर मुख्य सचिव यह ब्योरा उपलब्ध नहीं कराते हैं तो विशेषाधिकार हनन के तहत हासिल अधिकार का उपयोग किया जाएगा. विधान सभा स्पीकर ने यह भी बताया कि 29 नवंबर से प्रारंभ सत्र की समाप्ति के बाद मुख्यमंत्री की सलाह से संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा.
विधान सभा अध्यक्ष ने बताया कि यह पहली बार है आजादी के बाद जब हंड्रेड परसेंट प्रश्नों का जवाब सदन पटल पर आया है. एक इतिहास रचा गया है. यह कायम रहे. जो भी विभाग प्रश्न के उतर समय पर नही देंगे या फिर लापरवाही करेंगे, उन्हें हम गंभीरता से लेंगे. स्पीकर ने कहा कि वैसे अधिकारियों को सदन में भी जवाब देने के लिए बुलाया जा सकता है क्योंकि यह सदन और हमारे माननीय विधायक जनता के प्रति जवाबदेह हैं.
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