लोकसभा चुनाव में भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए अंबेडकर नगर सीट से हल्ला बोल सकती हैं मायावती
बसपा ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनावों में सपा को समर्थन दिया था जिनमें सपा उम्मीदवारों की जीत हुई थी. पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनावाें में भी भाजपा के खिलाफ उतरे विपक्षी उम्मीदवारों का समर्थन किया था
सिटी पोस्ट लाइव : भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख विरोधियों के रुप में अपनी मजबूत दावेदारी पेश करने का संदेश देने के मकसद से बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायवती अंबेडकरनगर अथवा बिजनौर से वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं. अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा को कड़ी टक्कर देने के लिए बसपा विपक्षी दलों की एकजुटता के पक्ष में होने के संकेत पहले ही दे चुकी हैं. इस कड़ी में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच कई दौर की बातचीत भी हो चुकी है.
गौरतलब है कि बसपा ने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों के उपचुनावों में सपा को समर्थन दिया था जिनमें सपा उम्मीदवारों की जीत हुई थी. पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनावाें में भी भाजपा के खिलाफ उतरे विपक्षी उम्मीदवारों का समर्थन किया था. इन दोनों उपचुनावों में भी भाजपा को सीटें गंवानी पड़ी थीं. मायावती के खुद आम चुनाव न लड़ने की रणनीति पर पुनर्विचार करने और अब अगला लोकसभा चुनाव लड़ने के संकेत से उत्तर प्रदेश में नया राजनीतिक आयाम बनने की उम्मीद है. यदि मायावती चुनाव लड़ती हैं तो यह उनका एक रणनीतिक कदम होगा. बसपा प्रमुख कई वर्षों से खुद चुनाव लड़ने से ज्यादा तरजीह पार्टी संगठन को मजबूत करने पर देती रही हैं. आपको बता दें कि मायावती ने आखिरी बार लोकसभा चुनाव 2004 में लड़ा था, उसके बाद से वह उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रहने के दौरान विधान परिषद की सदस्य रहीं. वहीँ वर्ष 2012 में उत्तर प्रदेश की सत्ता गंवाने के बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता हासिल की. उन्होंने गत वर्ष राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था.
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