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‘मांझी का पार्टी का बयान-‘नीतीश से बेहतर सीएम साबित होंगे ‘मांझी’, अनुभव महागठबंधन के काम आएगा’

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‘मांझी का पार्टी का बयान-‘नीतीश से बेहतर सीएम साबित होंगे ‘मांझी’, अनुभव महागठबंधन के काम आएगा’

सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का संकेत दे चुकी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा ने अब एक नये बयान से महागठबंधन में भूचाल ला दिया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि पूर्व सीएम जीतन राम मांझी नीतीश से बेहतर मुख्यमंत्री साबित हो सकते हैं और महागठबंधन को उनके अनुभव का फायदा उठाना चाहिए। हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (से०) प्रदेश प्रवक्ता अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार से बेहतर मुख्यमंत्री के रूप में काम करने की क्षमता रखते हैं मांझी। जिस तरह से कम समय में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने राज्य के विकास के लिए कार्य करने की क्षमता दिखाई यह किसी से छुपा हुआ नहीं है । मांझी के कार्य करने की क्षमता से घबराकर नीतीश कुमार ने उन्हें मुख्यमंत्री से हटाने का षड्यंत्र रचा ।

त्रिपाठी ने कहा कि राज्य में हत्या, लूट, बलात्कार, महिला उत्पीड़न, बाढ़, सुखाड़, दलित उत्पीड़न जैसे गंभीर समस्याओं से बिहार की जनता त्रस्त है और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर क्षेत्र में विफल हैं। यदि मुख्यमंत्री के रूप में जीतन राम मांझी को फिर मौका मिला तो वह नीतीश कुमार से बेहतर काम करने की क्षमता रखते हैं । त्रिपाठी ने कहा कि महागठबंधन में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के लंबा राजनीतिक अनुभव के आधार पर महागठबंधन को नई ताकत के रूप में साथ चलने की जरूरत है । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बेहतर विकल्प के रूप में महागठबंधन को ताकत देने की क्षमता रखते हैं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी । निश्चित तौर पर जीतन राम मांझी के राजनीतिक अनुभव का लाभ लेते हुए महागठबंधन अपनी ताकत को बढ़ा सकती है । उसके लिए सभी को मिलकर एक साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। बिहार में महागठबंधन का जनाधार बढ़ा है । महागठबंधन के नेताओं की चट्टानी एकजुटता के कारण सत्तारूढ़ दल में विधान सभा चुनाव को लेकर डर बना हुआ है ।

त्रिपाठी ने जदयू पर आरोप लगाते हुए कहा कि अंजनी पटेल एवं उनके साथी हम पार्टी के सदस्य नहीं है । वह वृषिण पटेल के साथ पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं ‌। रालोसपा के नेता को हम पार्टी से जोड़कर आरसीपी सिंह जदयू पार्टी की सदस्यता दिला रहे हैं । इससे साफ जाहिर है कि हम पार्टी से जदयू घबरा गई है । किसी दूसरे दल के नेताओं को भी हम पार्टी से जोड़कर सदस्यता दिलाने का झूठा खबर प्रचारित कर रही है, जदयू।

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