सिटी पोस्ट लाइवः बिहार में महागठबंधन के बिखरने के संकेत लंबे वक्त से मिलते रहे हैं। हाल के दिनों में सामने आने वाले राजनीतिक घटनाक्रम और बयानों से इन संकेतों को मजबूती मिलती रही है लेकिन आज तस्वीर पूरी तरह से साफ हो चुकी है कि बिहार में महागठबंधन पूरी तरह बिखर चुका है। आरजेडी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा की दोस्ती टूट चुकी है और तेजस्वी यादव और जीतन राम मांझी का साथ छूट चुका है। दरअसल आज तेजस्वी यादव ने एक निजी टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में जीतन राम मांझी पर आज तक का सबसे बड़ा हमला किया है शायद इतना आक्रामक हमला जो उनके राजनीति विरोधियों ने भी हाल के दिनों में नहीं किया हो। तेजस्वी यादव ने कहा कि जीतन राम मांझी कहां जाना चाहते हैं, वे क्या करने वाले हैं यह सब सोंचने का वक्त मेरे पास नहीं है।
जीतन राम मांझी अपनी पार्टी के अकेले विधायक हैं और उनके बेटे को एमएलसी आरजेडी ने बनाया है। बिहार विधानसभा का उपचुनाव अलग होकर लड़े थे परिणाम क्या रहा सब जानते हैं। दरअसल कल हीं यह संकेत मिल गये थे कि मांझी और तेजस्वी की दोस्ती अब ज्यादा दिनों तक शायद नहीं चल पाएगी क्योंकि तल्खी तो पहले से थी लेकिन कल गोपालगंज मामले पर तेजस्वी जिस तरह से आक्रामक थे और पटना में राबड़ी आवास पर घंटो हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा उसे जीतन राम मांझी ने पाॅलिटिकल ड्रामा बताया था।
पूर्व सीएम मांझी ने सिटी पोस्ट से बातचीत करते हुए कहा था कि तेजस्वी यादव जानते थे वे गोपालगंज नहीं जा पाएंगे फिर भी लाॅकडाउन में वे यह ड्रामा कर रहे हैं। अगर सहयोगियों से राय लेते तो हमलोग गोपालगंज न जाकर राजभवन तो जा हीं सकते थे। यहीं नहीं जीतन राम मांझी ने सवाल उठाये थे कि तेजस्वी सिर्फ एक मामले को लेकर आक्रामक क्यों हैं बिहार में ऐसे दर्जनों मामले हैं जिसको लेकर पूरे विपक्ष को मिलकर आवाज उठानी चाहिए। मांझी ने कल यह बयान दिया और आज तेजस्वी यादव ने क्लियर कर दिया कि वे भी मांझी के साथ अब आगे चलने के मूड में नहीं है। अपने बयान से तेजस्वी ने एक संकेत और दे दिये हैं कि आरजेडी अब अपने सहयोगियों के नखरे बर्दाश्त करने के मूड में भी बिल्कुल नहीं है।
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