आरजेडी से आर-पार की जंग में अकेले पड़े ‘मांझी’, नहीं मिलेगा ‘कुशवाहा’-‘सहनी’ का साथ
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार के पूर्व सीएम और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी आरजेडी से आर-पार के मूड में हैं। महागठबंधन में काॅर्डिनेशन कमिटी बनाने की मांग को लेकर मांझी ने आरजेडी को बहुत कुछ सुना दिया है साथ हीं चेतावनी दी है कि अगर आरजेडी पैंतरेबाजी से बाज नहीं आयी तो 2010 की तरह विधानसभा चुनाव में भारी हार का मुंह देखना पड़ेगा। सवाल यह है कि क्या जीतन राम मांझी को इस लड़ाई में मुकेश सहनी और उपेन्द्र कुशवाहा का भी साथ मिलेगा? जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक इस लड़ाई में मांझी अकेले पड़ गये हैं।
उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी खुलकर मांझी का साथ देने को तैयार नहीं है। कल रालोसपा प्रवक्ता अभिषेक झा ने संकेत दिये कि आरजेडी को लेकर रालोसपा के तेवर उतने सख्त नहीं है जितने मांझी आरजेडी पर आक्रामक हैं। दूसरी तरफ मुकेश सहनी ने भी क्लियर कर दिया है कि अगर मांझी आरजेडी का साथ छोड़ते हैं तो वे मांझी का साथ नहीं देंगे।़
मुकेश सहनी ने कहा है कि वे जीतन राम मांझी अगर महागठबंधन छोड़ कर बाहर जाते हैं तो वे उनका साथ नहीं देंगे। उन्होनें आरजेडी में अपनी आस्था जतायी है। मुकेश सहनी ने कहा कि जीतन राम मांझी से बात-चीत कर उनकी नाराजगी दूर कर ली जाएगी।वहीं सहनी ने कहा कि आरजेडी ने कांग्रेस के साथ किसी तरह की वादाखिलाफी नहीं की है। मुकेश सहनी के इस बयान के बाद महागठबंधन के खिलाफ बागी तेवर अपना चुके जीतन राम मांझी की उम्मीदों पर पानी फिर सकता है।
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