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राजद का मांझी पर निशाना, कहा कठपुतली हैं मांझी, सता के इशारे पर नाचते हैं

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सिटी पोस्ट लाइव : हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कल प्रेसवर्ता करके एनडीए में जाने का एलान कर दिया। हांलाकि मांझी के इस फैसले को लेकर, उनके ही पार्टी के कई नेता असहमत दिखे। मांझी के इस फैसले नराज़ होकर हम के कई वरिष्ठ नेता मांझी के  ख़िलफ ही मोर्चा खोल दीया। मांझी की पार्टी से नालंदा से लोकसभा का चुनाव लड़े अशोक आज़ाद और औरंगाबाद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले जेडीयू के पूर्व एमएलसी और हम के कार्यकारी अध्यक्ष उपेन्द्र प्रसाद ने मांझी को आड़े हाथ लिया और उनके फैसले को अनैतिक बताते हुए पार्टी से बगावत कर दी। उन्होंने कहा कि कुछ भी हो जाये लेकिन हम एनडीए के साथ नहीं जाएंगे।

लेकिन कुछ ही देर बाद  ‘हम’ ने इन दोनों बागी नेताओं कों  पार्टी  के विरूद्ध काम करने तथा पार्टी के अनुशासन को नही मानने के आरोप लगाते हुए, पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन्होंने कहा कि ये लोग लालू के एजेंट है। लालू के कहने पर ही इनलोगों को पार्टी ने टिकट दिया था ,जिसका परिणाम आज देखा जा सकता है।

हम के लालू के एजेंट वाले बयान पर, अब राजद ने पलटवार करते हुए पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को कठपुतली बता दिया है। राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने मांझी पर हमला करते हुए कहा कि जब वे एनडीए में थे तो उनका टिकट पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार बांट रहे थे। जब महागठबंधन में आए तो कहा कि लालू के कहने पर टिकट बांटा अब जब फिर नीतीश कुमार के साथ गये हैं तो उन्हीं के इशारे पर टिकट बांटेंगे। लोकतंत्र में नेताओें की असली पतवार  जनता होती है। अब मांझी का नाव डुबने वाला है। क्योंकि मांझी की पतवार को जनता ने पकड़ने से इनकार कर दिया।

मांझी का बिहार के राजनीति में ना ही कोई वजूद और ना ही आधार। फिर भी पिछले लोकसभा चुनाव में मांझी के हाथों में पतवार थमायी लेकिन उन्होंने नाव डूबा दिया। अब एनडीए की नाव डुबाएंगे। मांझी मौकाप्रस्त है , उनका सिद्धांत केवल  अपने फायदे के बारे में सोचना है।

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