City Post Live
NEWS 24x7

नीतीश कुमार की वजह से 14 दिन के क्वारंटाइन में जा सकते हैं मांझी

- Sponsored -

- Sponsored -

-sponsored-

सिटी पोस्ट लाइव : क्या  जीतन राम मांझी अब महागठबंधन छोड़ेंगे? क्या मांझी JDU के साथ जायेगें? क्या महागठबंधन से बाहर हो गए मांझी? ईन तमाम सवालों का जबाब तो लोग खोज ही रहे हैं, साथ ही जीतन राम मांझी भी ईन सवालों के जबाब खोजने के लिए एकांतवास में चले गए हैं. मांझी अपने पटना स्थित आवास पर हैं. लेकिन किसी से मिल नहीं रहे हैं.मिडिया वालों के लिए ख़ास हिदायत है कि सुरक्षाकर्मी उन्हें समझा बुझाकर बाहर से ही वापस भेंज दें.कहा जा रहा है कि मांझी जी अभी कुछ नहीं बोलेगें.दरअसल, जीतन राम मांझी पहले ही महागठबंधन को लेकर इयन कुछ बोल चुके हैं और कोआर्डिनेशन कमिटी बनाने को लेकर इतने अल्टीमेटम दे चुके हैं कि अब कुछ बोलने का मतलब नहीं रह गया है.अब तो उन्हें कोई बड़ा फैसलालेना पड़ेगा.

RJD का कोई नेता उनके साथ बातचीत करने को तैयार नहीं है.तेजस्वी यादव साफ़ कर चुके हैं कि उन्हें उनके अल्टीमेटम की तनिक भी परवाह नहीं है.उन्हें कुछ सीट चाहिए तो प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से बात कर सकते हैं.मांझी ठहरे पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष भला वो RJD के प्रदेश अध्यक्ष से कैसे बात करें.मांझी जी को फिरहाल कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है.वो मंथन के लिए एकांतवास मचले गए हैं.उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि ये शान्ति किसी बड़े तूफ़ान के आने का संकेत है.मांझी बहुत जल्द कोइबदा फैसला ले सकते हैं.लेकिन माझी की परेशानी ये है कि महागठबंधन में बात बनती दिख नहीं रही है और नीतीश कुमार के साथ उनकी बात आगे नहीं बढ़ पा रही है.कोरोना टेस्ट कराने के बाद तो मुख्यमंत्री के क्वारंटाइन में चले जाने की संभावना भी बढ़ गई है.जाहिर है मांझी को नीतीश कुमार से मिलने के लिए 14 इंतज़ार करना पड़ सकता है.

गौरतलब है कि जीतन राम मांझी ने 25 जून तक महागठबंधन के भीतर सहमति नहीं बनने पर अलग रास्ता अख्तियार करने का ऐलान किया था.मांझी के अल्टीमेटम का तेजस्वी यादव ने नोटिस नहीं लिया. थक हारकर जीतन राम मांझी ने कांग्रेस का बहाना बना अल्टीमेटम की तारीख बढ़ा दी.।तब कहा गया कि एक सप्ताह तक और प्रतीक्षा की जाएगी.अगर 2 जुलाई के बाद महागठबंध के भीतर को-ऑडिनेशन कमिटी नहीं बनी तो पार्टी अपना अलग रास्ता देखेगी.मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने बजाप्ता बैठक कर आगे का निर्णय लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी को अधिकृत कर दिया था.जीतन राम मांझी का दूसरा डेडलाइन भी खत्म हो गया है,लेकिन मांझी की नोटिस का RJD  ने कोई नोटिस नहीं लिया. तेजस्वी यादव तो को-ऑडिनेशन कमेटी की बात छोड़िए मांझी का नाम सुनना भी पसंद नहीं कर रहे.

की तरफ से कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी आगे का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं. जीतनराम मांझी के बारे में चर्चा है कि वे जेडीयू का दामन थाम सकते हैं.मांझी हाल के दिनों में कई दफे सीएम नीतीश का गुणगान कर चुके हैं.जेडीयू के नेता भी मांझी को लेकर थोड़े सॉफ्ट हैं.लेकिन उन्हें भी मांझी पर ज्यादा भरोसा नहीं है.संजय सिंह का कहना है कि मांझी जी कब क्या करेगें कोई नहीं जानता.

-sponsored-

- Sponsored -

- Sponsored -

Comments are closed.