सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के लोगों के लिए बड़ी खुशख़बरी है. यदि आप भी पटना के गांधी सेतु से होकर गुजरते हैं तो बता दें कि अब आपको घंटों जाम में फंसने से छुटकारा मिलने वाला है. दरअसल उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार को एक सूत्र में बांधने वाला पुल जिसे एशिया का सबसे लम्बा सेतु होने का गौरव भी प्राप्त था. वो अब बनकर तैयार हो चुका है. महात्मा गांधी सेतु का पश्चिमी लेन, मतलब एक लेन बनकर तैयार है. जिसका आने 31 जुलाई को केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी उद्घाटन करेंगे.
बता दें महात्मा गांधी सेतु के नए लेन का निर्माण पुराने और जर्जर हो चुके सुपर स्ट्रक्चर को हटा कर किया गया है. पश्चिमी लेन को पूरी तरह से स्टील का बनाया गया है, जो देखने में काफी आकर्षक भी है. पश्चिमी लेन को बनाने में लगभग 700 करोड रुपए खर्च किए गए हैं. इसका निर्माण 3 सालों में किया गया. साढे पांच किलो मीटर लंबे इस पुल के नए लेन के निर्माण में 45 स्पैन लगाए गए हैं. हालांकि पश्चिमी लेन का सुपर स्ट्रक्चर लोहे का है लेकिन पुराने पुल का 46 पिलरों का इस्तेमाल इसमें किया गया है. इसे चौड़े स्टील ट्रश से बनाया गया है. जो काफी मजबूत है .
हालांकि अभी दुसरे लेन को बनने में समय लगेगा. लेकिन नए लेन के बन जाने से जाम की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी. बता दें महात्मा गांधी सेतु पुल का निर्माण 1980 में किया गया था. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसका उद्घाटन किया था. तब इस पुल को एशिया का सबसे लम्बा पुल होने का गौरव प्राप्त हुआ था. लोग इसकी एक झलक देखने आया करते थे. लेकिन 30 वर्ष बाद ही यह पुल जर्जर हो गया. हालांकि अब इस पुल को नए रंग में देखने को मिलेगा.
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