अब लोक सभा सीटों को लेकर गठबंधन में चल रही खींचतान को लेकर राजनीति शुरु हो गई है. सभी घटक दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. इस मुद्दे पर लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी.
सिटीपोस्टलाईव: लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर पहले ही एनडीए के अन्दर घमाशान चल रहा था.आज सीट शेयरिंग पर रामविलाश पासवान के सांसद पुत्र चिराग के बयान के बाद विपक्ष ने भी चुटकी लेना शुरू कर दिया है.गौरतलब है कि बीजेपी पास पहले से ही 22 सांसद हैं और बाकी सहयोगी दलों के 9 सांसद हैं.ऐसे में उसके पास जेडीयू को देने के लिए बहुत कुछ नहीं.सबसे बड़ा सवाल पासवान और उपेन्द्र कुशवाहा तो अपनी सीटिंग सीट छोड़ना नहीं चाहेगें ऐसे में उसके पास केवल 9 सीटें ही बची हैं.
नीतीश कुमार ज्यादा सीटों के लिए लगातार दबाव बनाए हुए हैं.दूसरी तरफ पासवान को डर है कि कही बीजीपी उनकी सीटिंग सीट न काट दे.उपेन्द्र कुशवाहा भी केवल अपनी सीट लेकर मानाने वाले नहीं हैं.ऐसे में नीतीश कुमार दोनों को साथ लेकर बीजेपी पर अपने लिए और पासवान,उपेन्द्र कुशवाहा के लिए कम से कम 20 सीटें छोड़ने के लिए दबाव बनाये हुए हैं.
अब लोक सभा सीटों को लेकर गठबंधन में चल रही खींचतान को लेकर राजनीति शुरु हो गई है. सभी घटक दल ज्यादा से ज्यादा सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं. इस मुद्दे पर लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी. बैठक में ये तय होगा कि सीटें बढ़ानी है या कम करनी है. चिराग पासवान ने कहा कि बैठक में सभी बातों को सुलझा लिया जाएगा.
एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर हो रही सियासत पर भला आर्जेदे चुप कैसे रह सकती है.आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि इन लोगों को जो बीजेपी और आरएसएस देगा वही लेना पड़ेगा. रामविलास पासवान पर तंज कसते हुए भाई वीरेंद्र ने कहा कि चाहे मौसम वैज्ञानिक के परिवार का मामला हो, सीट बंटवारे पर बीजेपी की ही चलेगी. जनादेश के खिलाफ पीठ में खंजर भोंकने वाले नीतीश कुमार को भी बीजेपी की ही बात माननी पड़ेगी. जितनी सीट बीजेपी सबको देगी, उन्हें उतने में ही मानना पड़ेगा.
आरजेडी नेताओं को जबाब देते हुए जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर कहीं कोई खींचतान नहीं है. चुनाव से पहले सीटों का बंटवारा आसानी से हो जाएगा. गठबंधन इस देश का राजनीतिक यथार्थ है और गठबंधन के घटक दल सरकार को चलाने में अपनी भूमिका को सकारात्मक रूप से निर्वहन कर रहे हैं. नीरज कुमार ने कहा कि आरजेडी नेताओं को को अपने स्वास्थ्य, अपने संपत्ति बचाओ और कानूनी उलझन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए न कि एनडीए के सीट बंटवारे पर.
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