लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह ध्वस्त, अपराध की राजधानी बनी रांची : प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह
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सिटी पोस्ट लाइव : झाविमो के केन्द्रीय प्रवक्ता योगेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। रांची की पहचान अब अपराध की राजधानी के रूप में होने लगी है। रघुवर सरकार से प्रदेश की विधि-व्यवस्था संभल नहीं रही है। सीएम के थाना क्षेत्र में 15 दिनों के अंदर दो आपराधिक वारदात के बाद पांच अक्टूबर को चावल कारोबारी की सरेशाम हत्या से राज्य की कानून-व्यवस्था एक बार फिर कठघरे में है। आश्चर्य इस बात का है कि जहां घटना हुई, वहां से महज 200 मीटर की ही दूरी पर पीसीआर वैन खड़ी थी परंतु उसे घटनास्थल तक पहुंचनें में 20 मिनट लग जाता है। शहर में सुरक्षा के लिए 53 टाइगर मोबाईल है, दर्जनों पीसीआर है परंतु किसी भी घटना के वक्त वे कहां होते हैं पता नहीं। एसएसपी को जब घटनास्थल जाने के लिए टाइगर मोबाईल की जरूरत पड़ी तो वहां एक भी टाइगर मोबाईल मौजूद नहीं था। राजधानी की जनता व व्यवसायी खौफजदा हैं। अपराधी खुलेआम गोलियां बरसा रहे हैं और सरकार केवल लकीर पीट रही है। सीएम आवास के पास एसपीओ की हत्या के बाद 08 सितम्बर को माननीया गर्वनर ने और 10 सितम्बर को सीएम ने डीजीपी को बुलाकर कानून-व्यवस्था दुरूस्त करने का निर्देश दिया था। गर्वनर ने कहा था कि सीएम आवास के पास ऐसी घटना से लोगों के बीच अच्छी धारणा नहीं बनेगी। माननीय उच्च न्यायालय भी कई बार सख्त टिप्पणी कर चुका है। सीएम केवल आईवॉश के लिए बयानबाजी करते रहते हैं। पेट्रोल पंपों पर लूट मामले में उन्होंने 07 फरवरी 2015 को कहा था कि जिस थाना क्षेत्र में लूट हुई है, अपराधियों की गिरफ्तारी तक थानेदार थाना नहीं आयें परंतु ऐसा हुआ क्या ? सीएम ने 14 जुलाई, 2017 को समीक्षात्मक बैठक में कहा था कि असक्षम थानेदारों को सीधे बर्खास्त करें। अपराध में नियंत्रण की बजाय इसमें लगातार बढ़ोतरी ही हुई परंतु आज तक सरकार ने कितने थानेदारों को बर्खास्त किया या फिर क्या कड़ें कदम उठाये, जनता सीएम से जवाब मांग रही है।
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