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लालू बनाम नीतीश की लड़ाई से बेपरवाह पीके बेंगलूर में बना रहे रेड्डी के लिए रणनीति

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लालू बनाम नीतीश की लड़ाई से बेपरवाह पीके बेंगलूर में बना रहे रेड्डी के लिए रणनीति

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में लोक सभा चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर है लेकिन जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी के लिए चुनाव रणनीति बनाने को लेकर बेंगलूर में व्यस्त हैं. ये काफी है ये बताने के लिए कि प्रशांत किशोर JDU में कितना अलग थलग पड़ चुके हैं. सबसे ख़ास बात पीके को लेकर इस वक्त बिहार की सियासत बेहद गर्म है. लालू यादव के किताब के बाद से ही वह आरजेडी के निशाने पर हैं. पीके पर पूरे लालू परिवार ने हमला बोल रखा है लेकिन इन सब से दूर वह आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस के लिए रणनीति बनाने में व्यस्त हैं.

पीके की रणनीति से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी बेहद खुश हैं और पीके की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं. भले ही पीके की रणनीति की पूछ बिहार की सियासत में नहीं हो रही है लेकिन पीके अपनी काबलियत का डंका बजा रहे है और दक्षिण भारत से विरोधियों को ट्वीट के जरिए जवाब दे रहे हैं.

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आरोपों का पीके ने खंडन किया है. पीके ने शनिवार को ट्वीट कर नराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘लालू यादव जी जब चाहें मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं. सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने क्या ऑफर दिया.’

गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनना चाहते थे और इसके लिए वह लालू यादव से बड़ी डील करना चाहते थे. तेजस्वी यादव ने दावा  किया  है कि  नीतीश कुमार ने इसके लिए जेडीयू और कांग्रेस के मर्जर (विलय) का प्रस्ताव भी भेजा था. पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार चाहते थे कि लालू यादव इस बात का ऐलान करें कि नीतीश कुमार हमारे पीएम पद के कैंडिडेट हैं. इस प्रस्ताव को लेकर नीतीश कुमार ने अपने दूत प्रशांत किशोर को लालू जी के पास भेजा था.

गौरतलब है कि राबडी देबी पहले ही खुलासा कर चुकी हैं कि इस प्रस्ताव को लेकर प्रशांत किशोर 10 सर्कुलर मार्ग स्थित उनके सरकारी आवास पर तीन बार आए थे. साथ ही तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले 5 देशरत्न मार्ग पर भी वो 2 बार आए थे. वो लालू जी को समझा रहे थे कि नीतीश कुमार कह कर भेजे हैं कि लोकसभा का चुनाव होने वाला है, तो आप प्रधानमंत्री पद की घोषणा कर दीजिए और पार्टी का मर्जर कर लीजिए, लेकिन हमने सहमति नहीं दी और उन्हें वापस चले जाने को कह दिया था.

लेकिन कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्र ने तेजस्वी यादव के दावे को गलत बता दिया है. उन्होंने कहा कि JDU की तरफ से कांग्रेस में विलय का कोई प्रस्ताव नहीं आया था. प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ नीतीश कुमार के रिश्ते अच्छे जरुर रहे हैं लेकिन JDU के द्वारा कांग्रेस में विलय का प्रस्ताव की खबर गलत है.नीतीश कुमार भले इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी ने तेजस्वी यादव के दावे को जरुर गलत करार दे दिया है.

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