सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्णिया में पूर्व जिला पार्षद रिंटू सिंह हत्याकांड को लेकर बिहार की ठंडी में गर्म होती दिख रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे लेकर सीएम नीतीश पर जमकर हमला बोला. इस हमले के बाद जदयू की तरफ से भी पलटवार आ गया है. साथ ही लेसी सिंह ने भी सफाई पेश की है. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष हैं. उनका काम ही है आरोप लगाना और विरोध करना. उनका बिहार से कोई लेना देना ही नहीं है.
वे बिहार में रहते कहां हैं. आज वे प्रवास से लौटे बोलें और फिर प्रवास पर चले जायेंगे. ललन सिंह ने कहा कि उनके बोलने से कुछ नहीं होता. पूर्णिया में हत्या की खबर मैंने भी पढ़ा है. जिसकी पुलिस जांच कर रही है. जिनके पास कुछ साक्ष्य है वो आरोप लगाने की बजाय पुलिस को साक्ष्य उपलब्ध कराएं. ललन सिंह ने कहा कि जांच का काम सरकार का नहीं बल्कि पुलिस का है. नीतीश कुमार ने अपने पूरे शासन काल में कभी भी पुलिस के काम में हस्तक्षेप नहीं किया है. जिनको जो कहना है कहते रहें, सरकार और कानून अपना काम करती रहेगी.
साथ ही ललन सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार न किसी को फंसाती है और न बचाती है. बचाने और फंसाने का काम तेजस्वी यादव के माता और पिता के राजकाज में होता था, इसलिए तेजस्वी यादव को वही बात समझ में आ रही है. वहीं रिंटू सिंह हत्याकांड में नाम आने पर मंत्री लेसी सिंह ने भी अपना बयान दिया है और बचाव किया है. लेसी ने कहा कि हत्या में नाम आने से मैं स्तब्ध हूं, मेरा नाम इसमें घसीटा गया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम भरोसे का है, उन आरोप लगाना ठीक नहीं.
हमें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा. हमने 20 साल पहले गांव छोड़ दिया, गांव की राजनीति से हमारा कोई मतलब नहीं. हमारी सरकार किसी को न फंसाती और न बचाती है. तेजस्वी यादव के आरोप पर कहा कि भरोसे का नाम नीतीश कुमार है. जब तेजस्वी यादव पर आरोप लगा था, तो क्या उन्हें जेल भेज दिया गया. अगर हमारे इस्तीफे की मांग कर रहे, तो पहले उनको नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा देना चाहिए था .
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