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जोकीहाट उप-चुनाव:कल होगी वोटिंग,यहाँ नीतीश कुमार की जीत ,बीजेपी की हार है

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जोकीहाट उप-चुनाव:कल होगी वोटिंग,यहाँ नीतीश कुमार की जीत ,बीजेपी की हार है,जानने के लिए पढ़ें

नीतीश कुमार ऐडी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं.कहने के लिए तो पूरा एनडीए चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है .लेकिन सच्चाई यहीं है कि खुद बीजेपी के नेता इस चुनाव में नीतीश कुमार को हारते हुए देखना चाहते हैं.क्योंकि…

सिटीपोस्टलाईव: जोकीहाट उप-चुनाव की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है.कहने के लिए तो यह सिर्फ एक विधान सभा क्षेत्र का एक मामूली उप-चुनाव है.लेकिन हकीकत ये है कि इसके परिणाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का राजनीतिक भविष्य तय करेगा.बीजेपी के साथ भी वर्षों तक सरकार चलाने के वावजूद अपना सेक्यूलर क्रेडेंशियल बचाए रखने में कामयाब नीतीश कुमार आज की तारीख में अलाप्संख्यकों के बीच कितने स्वीकार्य हैं,यह चुनाव तय करेगा.

गौरतलब है कि बीजेपी के साथ सरकार चलाने के वावजूद पीएम नरेन्द्र मोदी विरोधी अपनी छवि की वजह से नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों के लिए सबसे भरोसेमंद नेता बिहार में  रहे हैं.मोदी की वजह से बीजेपी को छोड़ आरजेडी के साथ जाकर उन्होंने मुस्लिमों पर अपनी पकड़ और भी ज्यादा मजबूत कर ली थी.लेकिन अब जब एकबार फिर वो मोदी के साथ हो गए हैं,ऐसे में बिहार के मुसलमान कैसे रियेक्ट करेगें,जोकीहाट चुनाव से ही पता चलेगा.

जोकीहाट मुस्लिम बहुल ईलाका है.इस सीट पर पिछले चार चुनाव से जेडीयू का कब्ज़ा रहा है.सबसे मजेदार बात ये कि यहाँ के सबसे ताकतवार नेता तस्लीमुद्दीन रहे हैं.तस्लिम्मुद्दीन आरजेडी के टिकेट पर लोक सभा चुनाव हमेशा जीतते रहे.लेकिन इसबार परिस्थिति बदल गई है.तस्लीमुद्दीन  अब नहीं रहे.उनकी जगह उनका बड़ा बेटा ले चूका है.और छोटा बेटे ने जेडीयू की विधायकी छोड़ इसी सीट से आरजेडी  का उम्मीदवार बन गया है.इस चुनाव में तय हो जाएगा कि सरफ़राज़ अपने पिता आरजेडी के तत्कालीन सांसद की वजह से जेडीयू का विधयक बन रहा था या फिर नीतीश कुमार की अल्पसंख्यकों के बीच मजबूत पकड़ से.

जोकीहाट उप-चुनाव:कल होगी वोटिंग,यहाँ नीतीश कुमार की जीत ,बीजेपी की हार है.अगर नीतीश कुमार अपनी इस पुराणी सीट को बचाने में कामयाब हो जाते हैं तो इसका सीधा मतलब होगा कि मोदी के साथ दुबारा जाने के वावजूद उनके सेक्यूलर क्रेडेंशियल को कोई नुकशान नहीं पहुंचा है .लालू यादव जिस “माय” (मुस्लिम-यादव ) समीकरण के बूते राजनीति में टिके हुए हैं, वह अब नाकाम हो चूका है.लेकिन नीतीश कुमार ये चुनाव हारते हैं तो भले उनके सेक्यूलर इमेज को कोई नुकशान नहीं पहुंचे लेकिन ये तय तो हो ही जाएगा कि बीजेपी के साथ सर्कार चलाने भर से उन्होंने मुस्लिम समुदाय का समर्थन खो दिया है.

जोकीहाट उप-चुनाव:कल होगी वोटिंग,यहाँ नीतीश कुमार की जीत ,बीजेपी की हार है.नीतीश कुमार ऐडी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं.कहने के लिए तो पूरा एनडीए चुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है .लेकिन सच्चाई यहीं है कि खुद बीजेपी के नेता इस चुनाव में नीतीश कुमार को हारते हुए देखना चाहते हैं.क्योंकि इससे आगामी लोक सभा और विधान सभा दोनों चुनावों में नीतीश कुमार के ऊपर दबाव बनाने में उसे सहूलियत होगी.दरअसल जोकीहाट उप-चुनाव के लिए कल होगी वोटिंग,यहाँ नीतीश कुमार की जीत ,बीजेपी की हार है और नीतीश कुमार की जीत तेजस्वी और लालू यादव से ज्यादा बीजेपी की हार होगी. नीतीश कुमार भी राजनीति के दुर्ग में फंस जानेवाले नेता के रूप में नहीं बल्कि राजनीति के दुर्ग की घेराबंदी करनेवाले नेता माने जाते हैं.इसलिए यह कह पाना बड़ा मुश्किल है कि इस चुनाव में अंतिम नजीजा क्या निकलेगा.

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