सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस में सब ठीकठाक नहीं चल रहा है। कांग्रेस में अंदरुनी विवाद के चलते लाख प्रयासों के बावजूद पार्टी में विद्रोही गुट शांत नहीं हो रहा है। आएदिन पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बयान से कांग्रेस की फजीहत हो रही है। हालांकि किसानों के समर्थन में कांग्रेस के राजभवन मार्च में शामिल होने आए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने पार्टी में ऐसे किसी विवाद से इनकार किया है। राज्य में पार्टी के नेताओं की एक-दूसरे के खिलाफ लगातार हो रही बयानबाजी से अंदरूनी कलह सतह पर आ गयी है। कांग्रेस के आला नेता अपने ही केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। गोड्डा के पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने सीधे-सीधे पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाये हैं। उनके बयान के बाद प्रदेश कांग्रेस में हलचल मच गयी है।
फुरकान अंसारी ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आरपीएन सिंह हेमंत सरकार में शामिल कांग्रेस के चारों मंत्रियों से हर माह पैसे की उगाही करते हैं।मंत्रियों से वसूली के लिए कितनी राशि तय है, यह मंत्री और प्रभारी ही जानते हैं। इस कारण चाहकर भी कांग्रेसी मंत्री ईमानदारी से काम नहीं कर पा रहे हैं। फुरकान के बयान के बाद कांग्रेस का कोई भी मंत्री या विधायक इस विवाद में उलझना नहीं चाह रहा है। लेकिन बताया जा रहा है कि संगठन में कई मुद्दों को लेकर मतभेद हैं जिसको निपटाने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में फुरकान अंसारी जैसे कद्दावर नेता का बयान असंतोष के संकेत दे रहा है। फुरकान अंसारी के बयान ने एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में हलचल मचा दी है। अंसारी ने कहा है कि आरपीएन जहां के रहने वाले हैं, वहां भी उनका जनाधार नहीं है। लेकिन राहुल गांधी की गुडबुक में बने हुए हैं, लेकिन वे नकली आदमी हैं। उन्होंने सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश प्रभारी ने झारखंड को ऐशगाह बना लिया है और सिर्फ नशेबाजी करने के लिए झारखंड आते हैं।
कुछ दिन पहले भी फुरकान ने राहुल गांधी के खिलाफ बयान देकर कांग्रेस आलाकमान के सामने मुश्किलें पैदा कर दी थीं। उन्हें नवंबर में कारण बताओ नोटिस भी दिया गया था। लेकिन उन्होंने इसका अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। अब एक बार फिर उन्होंने प्रदेश प्रभारी के खिलाफ बयान देकर नेतृत्व के सामने मुसीबत पैदा कर दी है। फुरकान ने सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं, बल्कि अपने विधायक पुत्र व प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी के सामने भी असहजता की स्थिति पैदा कर दी हैं।
इस संबंध में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि पार्टी में ऐसा कुछ नहीं चल रहा है। पता नहीं, फुरकान ने ऐसा क्यों कहा है। पिछली बार उन्हें ऐसी ही बयानबाजी पर कारण बताओ नोटिस दिया गया था, जिसका जवाब अभी तक नहीं आया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता और ग्रामीण विकास मंत्री ने पूर्व सांसद फुरकान अंसारी के बयान को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि इस मामले में उन्हें कुछ नहीं बोलना है। उन्होंने संकेत दिए कि केंद्रीय नेतृत्व इस मामले में कार्रवाई करेगा। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस मामले में कहा कि आज तक ना मुझे किसी ने पैसा दिया है और ना मैंने किसी को दिया। उन्होंने कहा कि कौन क्या कह रहा है, इस पर प्रतिक्रिया के लिए मैं अधिकृत भी नहीं हूं।
Comments are closed.